Delhi: दिल्ली की एक विशेष अदालत ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी ((AAM AADMI PARTY) के नेता और कारोबारी विजय नायर को (Vijay Nair) दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.सीबीआई ने उन्हें दिल्ली एक्साइज पॉलिसी (Delhi Excise Policy) में हुए कथित घोटाले के आरोप में 27 सितंबर को गिरफ्तार किया था. इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodiya) भी आरोपी हैं. 


वियज नायर पर क्या आरोप है


अभियोजन पक्ष के मुताबिक, नायर ने अन्य लोगों के साथ मिलकर एक आपराधिक साजिश रची थी.इसके एक हिस्से के तहत दिल्ली सरकार की आबकारी नीति, 2021-2022 तैयार करके इस पर अमल किया गया.अभियोजन पक्ष का दावा है कि इसकी मंशा सरकार को चूना लगाकर शराब निर्माताओं और इसके वितरकों को अनुचित और अवैध लाभ प्रदान कराने की थी. इस नीति की वजह से दिल्ली सरकार को बड़ा राजस्व नुकसान हुआ.


इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इन आरोपियों ने वियज नायर का नाम पांचवे नंबर पर है.सीबीआई का आरोप लगाया है कि विजय नायर के जरिए एक शराब फर्म के मालिक से रिश्वत ली गई थी.यह मामला आईपीसी और अन्य भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत दर्ज किया गया था.सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक बिना सक्षम प्राधिकारियों से अनुमति लिए,आरोपी लोक सेवकों ने आबकारी नीति के बारे में फैसला लेने में महती भूमिका निभाई.सीबीआई ने अपनी एफआईआर में आरोप लगाया है कि आरोपियों की मंशा शराब लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने की थी.


आम आदमी पार्टी का आरोप


दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी का कहना था कि विजय नायर का आबकारी नीति से कोई लेना-देना नहीं है.आप ने उसे मीडिया रणनीतिकार बताया है. उसका कहना है कि वह गुजरात चुनाव के लिए रणनीति बना रहा था. आप कहना था कि विजय नायर ने पंजाब चुनाव की भी रणनीति बनाई थी. उसका कहना था कि गुजरात चुनाव में उनकी भूमिका की वजह से उन्हें निशाना बनाया गया है. 


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