राजधानी दिल्ली में बढ़ती ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या से हर कोई परेशान है. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 27 सितंबर को ग्रेटर कैलाश (M-ब्लॉक मार्केट) में एक अत्याधुनिक ऑटोमेटिक मल्टी-लेवल शटल टाइप पार्किंग का उद्घाटन किया. यह पार्किंग दिल्ली नगर निगम द्वारा बनाई गई है और इसकी कुल लागत करीब 63.74 करोड़ रुपये है.

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यह पार्किंग सुविधा दक्षिणी दिल्ली के सबसे भीड़भाड़ वाले बाजारों में से एक में तैयार की गई है, जहां गाड़ियों की गलत पार्किंग और जाम आम समस्या रही है. नई पार्किंग में कुल 399 वाहनों की जगह है. 

हर मंजिल पर 57 गाड़ियां, अंडरग्राउंड वाटर टैंक जैसी सुविधाएं

इस पार्किंग का पूरा ढांचा 2245 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें एक बेसमेंट, भूतल और सात मंजिलें शामिल हैं. हर मंजिल पर 57 गाड़ियां खड़ी की जा सकती हैं. यहां 5 कार लिफ्ट्स की व्यवस्था है, जिससे वाहन सीधे स्लॉट तक पहुँचाए जाएंगे. इसके अलावा परिसर में 1.5 लाख लीटर क्षमता वाला अंडरग्राउंड वाटर टैंक और आधुनिक फायर फाइटिंग सिस्टम भी मौजूद है.

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समस्या का हल केवल तकनीकी उपायों से ही संभव- रेखा गुप्ता

सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में पार्किंग लंबे समय से एक बड़ी चुनौती रही है. गाड़ियां सड़क पर खड़ी होने से न केवल ट्रैफिक जाम लगता है बल्कि अक्सर लोगों के बीच विवाद भी हो जाते हैं. इस समस्या का हल केवल तकनीकी उपायों से ही संभव है. उन्होंने बताया कि सरकार का लक्ष्य राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में करीब 100 ऐसी ऑटोमेटिक पार्किंग बनाने का है ताकि लोगों को सुरक्षित और व्यवस्थित सुविधा मिल सके.

इस परियोजना की सबसे खास बात यह है कि इसमें 10 साल का संचालन और रखरखाव भी शामिल है, यानी नागरिकों को लंबे समय तक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. अधिकारियों का मानना है कि ग्रेटर कैलाश जैसे व्यस्त इलाकों में इस पार्किंग से सड़कों पर गाड़ियों का दबाव कम होगा और जाम की समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी.

पार्किंग के उद्घाटन समारोह में शहरी विकास मंत्री आशीष सूद, महापौर राजा इकबाल सिंह, सांसद बांसुरी स्वराज, विधायक शिखा रॉय, एमसीडी आयुक्त अश्विनी कुमार इत्यादि लोग मौजूद रहे.

नई पार्किंग व्यवस्था राजधानी में ट्रैफिक प्रबंधन को सुचारु बनाने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है. अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में इस तरह की और परियोजनाएँ कितनी जल्दी पूरी होती हैं और लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को कितना आसान बनाती हैं.