Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) आज सर्दी में वायु प्रदूषण (Air Pollution) से निपटने के लिए 15 सूत्रीय कार्ययोजना की ऐलान करेंगे. इन दिनों दिन-प्रतिदिन दिल्ली की हवा बिगड़ती जा रही है. शुक्रवार सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)'मध्यम से गंभीर'स्तर तक पहुंच गया. इसने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. इससे रपहले दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए पांच हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले निर्माण और विध्वंस के स्थानों पर स्मॉग-रोधी उपकरण लगाना अनिवार्य बना दिया था. अब सबकी नजरें अरविंद केजरीवाल पर टीकी है कि वो वायु प्रदूषण से निपटने के लिए किन योजनाओं की घोषणा करते हैं. 


दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने क्या कहा था


अरविंद केजरीवाल के आज होने वाले कार्यक्रम की जानकारी दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय मंगलवार को दी थी. उन्होंने बताया था कि अरविंद केजरीवाल सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए सरकार की 15 सूत्रीय कार्ययोजना ऐलान 30 सितंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में करेंगे.पर्यावरण मंत्री ने बताया था कि दिल्ली सरकार ने पांच हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले निर्माण और विध्वंस के सभी स्थलों पर स्मॉग-रोधी उपकरण की तैनाती को अनिवार्य कर दिया है. उन्होंने कहा था कि इस निर्देश के उल्लंघन पर परियोजना से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले प्रदूषण की रोकथाम के लिए 20 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले निर्माण और विध्वंस के स्थलों पर स्मॉग-रोधी उपकरण लगाना अनिवार्य था.


गोपाल राय ने कहा था कि सर्दी के मौसम को लेकर तैयार इस कार्ययोजना के केंद्र में पराली प्रबंधन, धूल प्रदूषण, वाहन उत्सर्जन, खुले में कूड़ा जलाना, औद्योगिक प्रदूषण, सर्वाधिक प्रदूषण वाले स्थल, स्मॉग टॉवर, जन सहभागिता, पटाखा और पड़ोसी राज्यों के साथ संयुक्त कार्रवाई समेत अन्य मुद्दे शामिल हैं.उन्होंने कहा था कि जैसे ही वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) आदेश जारी करेगा, वैसे ही संशोधित चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्रवाई योजना (जीआरएपी) लागू कर दी जाएगी. जीआरएपी दिल्ली और आसपास के इलाकों में हालात की गंभीरता के अनुरूप वायु प्रदूषण रोधी उपायों का एक समूह है.


दिल्ली और आसपास में पर्यावरण सुधारने की लड़ाई


नई योजना के तहत दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के आसपास के जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के 450 के स्तर पर पहुंचने पर बीएस-4 चार पहिया डीजल वाहनों पर प्रतिबंध की बात शामिल है. इस प्रतिबंध से आवश्यक सेवा में लगे वाहनों को छूट दी गई है.पर्यावरण और वन मंत्रालय की 2017 की अधिसूचना के मुताबिक, जीआरपीए 15 अक्तूबर से प्रभावी होगा, जब इस क्षेत्र की हवा खराब होनी शुरू होती है.जीआरपीए में यह भी बताया गया है कि पीएम-2.5 और पीएम-10 कणों की सघनता के आधार पर भी पाबंदिया लगाई जाएंगी. सीएक्यूएम ने फैसला किया है कि अब जीआरएपी को एक अक्टूबर से लागू किया जाएगा.


केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक शुक्रवार सुबह दिल्ली के आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक 'गंभीर' श्रेणी में 423 दर्ज हुआ था. वहीं आईटीओ में यह 'मध्यम' श्रेणी में 197 रिकॉर्ड किया गया था. 


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