दिल्ली के पंजाबी बस्ती के गुरद्वारा सब्जी मंडी के पास पुराना घर गिर गया. घटना को लेकर रात में 3 बजे फायर सर्विस को कॉल प्राप्त हुआ. फायर विभाग के मुताबिक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
जानकारी के अनुसार यह बिल्डिंग एमसीडी द्वारा पहले ही असुरक्षित घोषित की जा चुकी थी. हादसे के समय इमारत खाली थी, जिससे बड़ी त्रासदी टल गई. मलबे में कुछ वाहन दबे, जबकि बगल की इमारत में फंसे 14 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है.
स्थानीय ने बताया- क्या हुआ था?
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि मकान का नंबर 2482 था और इसके गिरने की आशंका पहले ही जताई गई थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. पीटीआई को दिए बयान में उन्होंने कहा, "रात करीब 3 बजे अचानक पूरी इमारत गिर गई और आसपास अफरा-तफरी मच गई. मैंने हल्ला मचाया जिसके बाद सभी बाहर निकले लेकिन तब तक घर गिर चुका था, इसमें मेरी दादी को हल्की खरोच आई है."
नरेला में चार साल के बच्चे की दर्दनाक मौत
वहीं दूसरी तरफ बाहरी उत्तरी दिल्ली के नरेला इलाके में बारिश के कारण सोमवार को एक मकान का छज्जा ढहने से 4 साल के बच्चे की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि घटना के समय वह नीचे खेल रहा था. दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने बताया कि शाम 4:36 बजे छज्जे का एक हिस्सा गिरने की सूचना मिली, जिसमें विवान नाम का एक लड़का घायल हो गया.
बच्चे को सत्यवादी राजा अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. 8 सितंबर शाम करीब चार बजे नरेला थाने को छज्जा ढहने की सूचना मिली. पुलिस की एक टीम प्रेम कॉलोनी पहुंची तो पता चला कि बारिश के कारण मकान के छज्जे का एक हिस्सा ढह गया है.