दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक ब्लाइंड और बेहद सनसनीखेज हत्या के मामले को सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है. 26 दिन तक चले गहन ऑपरेशन के बाद पुलिस ने 23 वर्षीय आरोपी आशीष को गिरफ्तार कर लिया है.
यह मामला 16 नवंबर 2025 को सामने आया था, जब गुलाबी बाग इलाके का 18 वर्षीय युवक अंकित अचानक रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया था. कई दिनों की तलाश के बाद उसका शव बवाना स्थित मुंडका नहर से बरामद हुआ, जिसकी पहचान करना शुरू में बेहद मुश्किल था.
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, अंकित के लापता होने की शिकायत दर्ज होने के बाद जांच शुरू की गई थी, लेकिन शुरुआती दिनों में कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा. इस बीच बवाना इलाके में नहर से एक अज्ञात युवक का शव मिलने की सूचना मिली. शव की हालत इतनी खराब थी कि उसकी पहचान तुरंत संभव नहीं हो सकी. इसके बाद स्पेशल सेल की टीम ने मिसिंग पर्सन मामलों और अज्ञात शवों के डेटा का गहन विश्लेषण किया, जिसमें अंकित की गुमशुदगी और नहर से मिले शव के बीच अहम कड़ी सामने आई.
जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और तकनीकी इनपुट की मदद ली. लगातार निगरानी के दौरान 11 दिसंबर को सूचना मिली कि हत्या का आरोपी आशीष घेवरा-कंझावला रोड के आसपास देखा गया है. इस इनपुट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए स्पेशल सेल ने इलाके में जाल बिछाया और आरोपी को धर दबोचा. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आशीष ने हत्या की पूरी कहानी कबूल कर ली.
आरोपी ने नुकीले हथियार से की अंकित की हत्या
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह ड्राइवर और हेल्पर का काम करता है और उसकी अंकित से पहले से जान-पहचान थी. कुछ समय पहले दोनों के बीच किसी बात को लेकर गंभीर विवाद हो गया था, जो धीरे-धीरे रंजिश में बदल गया. इसी दुश्मनी के चलते आशीष ने अंकित की हत्या की साजिश रची. 16 नवंबर की शाम उसने अंकित को टिकरी कलां इलाके में बुलाया और वहां किसी भारी नुकीले हथियार से हमला कर उसकी हत्या कर दी.
आरोपी पर हरियाणा में भी कई मामले हैं दर्ज
हत्या के बाद आरोपी ने सबूत मिटाने की नीयत से शव के हाथ-पैर और मुंह को रस्सी से बांधा और उसे बवाना स्थित मुंडका नहर में फेंक दिया. पुलिस ने बताया कि आशीष कोई नया अपराधी नहीं है. उसके खिलाफ पहले भी हरियाणा के रोहतक जिले के सांपला थाना क्षेत्र में मारपीट और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं.
फिलहाल दिल्ली पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह केस तकनीकी जांच और टीमवर्क का बेहतरीन उदाहरण है, जिससे एक जटिल ब्लाइंड मर्डर को सुलझाया जा सका.
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