Delhi News: दिल्ली वालों के लिए एक अच्छी खबर है. खबर यह है कि अब बच्चे के आधार कार्ड को बनवाने के लिए उन्हें इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों का अस्पताल में ही बर्थ सर्टिफिकेट बनने के साथ अब आधार कार्ड भी अस्पताल में ही बन जाएगा. बाल दिवस के मौके पर पश्चिमी जिला प्रशासन ने क्षेत्र के अस्पतालों के साथ एक नई योजना शुरू की है. इसे बाल आधार योजना नाम दिया गया है. इसके लिए तीन बड़े सरकारी अस्पतालों के साथ करार किया गया है. इन अस्पतालों में बच्चे के जन्म के साथ ही उसका आधार पंजीकरण भी हो जाएगा.


इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं 


इस योजना की शुरुआत उपायुक्त डा. किन्नी सिंह की मौजूदगी में राजौरी गार्डन स्थित जिला उपायुक्त कार्यालय में की गई. इस मौके पर मोतीनगर स्थित आचार्य भिक्षु अस्पताल, हरिनगर स्थित डीडीयू अस्पताल और रघुबीर नगर स्थित गुरु गोबिंद अस्पताल के पदाधिकारी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि तीनों अस्पतालों में रोज 100 शिशु जन्म लेते हैं. अब इन बच्चों के माता-पिता को आधार के लिए कहीं भटकना नहीं होगा और अस्पताल में ही बच्चों का आधार बन जाएगा.


बाल आधार के लिए लगाए जाएंगे आधार कैंप


जिला प्रशासन ने आधार आपके द्वार योजना की भी शुरुआत की. इसके तहत अब बुजुर्ग और दिव्यांगों को आधार पंजीकरण के लिए कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ऐसे लोगों का आधार अब उनके घर के पास ही बनाया जाएगा. इसके लिए क्षेत्रीय RWA एवं अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर जरूरत के अनुसार समय-समय पर आधार कैंप लगाए जाएंगे. इस योजना के तहत इस बात का ख्याल रखा जाएगा कि शारीरिक रूप से अक्षम लोगों का आधार उनके घर के पास ही बनाया जा सके.


चिल्ड्रेन कॉर्नर में आसानी से बनेगा शिशु का आधार


पश्चिमी दिल्ली डीसी उपायुक्त कार्यालय में एक चिल्ड्रन कार्नर बनाया गया है. जहां शिशुओं के आधार कार्ड बनाया जाएगा. उपयुक्त कार्यालय में बच्चों को साथ लेकर आने वाले लोग इस चिल्ड्रेन कॉर्नर में आसानी से आधार बनवा सकेंगे. उपायुक्त कार्यालय के अलावा राजा गार्डन और नांगलोई स्थित सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में भी चिल्ड्रन कार्नर बनाए गए हैं.


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