Delhi News: दिल्ली विधानसभा विशेष सत्र के दूसरे दिन रोहिणी से भारतीय जनता पार्टी के विधायक बिजेंद्र गुप्ता बोलने के लिए समय मिलने पर डिप्टी स्पीकर राखी बिड़ला से अनुरोध किया कि आप यह सुनिश्चित करें कि जो समय बोलने के लिए मिला है, उस दौरान को टोकाटाकी न करें. इसके बाद उन्होंने कहा कि विधानसभा में जब भी मैं खड़ा होता हूं तो मंत्री जी भी डर जाते हैं. वो मुंह पर टेप लगाकर बैठें.


'वापस लेना पड़ा बयान'


बीजेपी नेता के इस बयान पर आप विधायक नाराज हो गए. सदन में हंगामा मचने की आशंका देखते हुए डिप्टी स्पीकर ने बीजेपी विधायक से कहा, 'बिजेंद्र जी ये कोई तरीका नहीं होता है बोलने का. आखिर मंत्री की कोई अहमियत होती है. आप अगर किसी को सम्मान देंगे तो आपको सम्मान मिलेगा. आप अपना बयान वापस लीजिए.' मामले की नजाकत को देखते हुए बीजेपी नेता बिजेंद्र गुप्ता ने तुरंत अपना बयान वापस ले लिया. उन्होंने कहा, 'मैं अपना बयान वापस लेता हूं.'


किसकी तरफ था इशारा?


इसके बाद बीजेपी विधायक बिजेंद्र गुप्ता ने कहा, 'मैं अपना बयान वापस लेता हूं. मंत्री जी का मैं बहुत सम्मान करता हूं. वे बहुत काबिल व्यक्ति हैं.' इसके बाद मामला शांत हो गया. यहां पर इस बात का जिक्र कर दें कि ​बीजेपी विधायक गुप्ता ने बयान सदन में रखते हुए किसी मंत्री का नाम नहीं लिया था, लेकिन उनकी बातों से साफ था कि वो मंत्री सौरभ भारद्वाज और मंत्री राज कुमार आनंद की ओर इशारा कर रहे हैं.


'कमेटी का गठन न्याय संगत नहीं'


बिजेंद्र गुप्ता ने विधानसभा कमेटी के गठन को लेकर कहा, 'कमेटी का फार्मेशन न्यायसंगत नहीं है. कम से कम हर कमेटी में विपक्ष का एक मेंबर होना चाहिए. कुछ कमेटियों में एक भी विपक्ष को जान बूझकर नहीं रखा गया है.' उन्होंने एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा, 'विधानसभा की कमेटी ने उसमें तीन समस्याओं की ओर जिक्र किया है. पहला सरकारी अस्पताल में ओपीडी काउंटर, ओल्ड ऐज पेंशन और मोहल्ला क्लिनिक. इनमें से दो मसला मंत्री सौरभ भारद्वाज से संबंधित है, जबकि ओल्ड ऐज पेंशन का मामला राकुमार आनंद से जुड़ा है.'


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