राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा अभी जहरीली बनी हुई है, वायु गुणवत्ता सूचकांक में दिल्ली की वायु का स्तर बेहद ही खराब है. लोगों का जरूरी काम से बाहर जाना जानलेवा साबित हो रहा है. 1 दिसंबर 2025 के जारी आकंड़ों के मुताबिक, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 443 रहा है जो बेहद ही गंभीर श्रेणी में आता है.
वहीं एनसीआर की स्थिति और भी ज्यादा गंभीर है. नोएडा में AQI 524, गाजियाबाद में 424 और ग्रेटर नोएडा में AQI 466 रिकॉर्ड किया गया. वहीं उत्तर भारत के अन्य प्रमुख शहरों में भी प्रदूषण की स्थिति गंभीर है, लखनऊ में AQI 264, देहरादून में 154 ‘मध्यम’ स्तर पर दर्ज किया गया है.
400 के पार दिल्ली का एक्यूआई
वहीं दिल्ली के अन्य क्षेत्रों के वायु प्रदूषण की बात करें तो दिल्ली के बवाना इलाका सबसे प्रदूषित रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 447 दर्ज किया गया है. जो गंभीर श्रेणी में आता है. वजीरपुर डिपो में एक्यूआई 412 रिकॉर्ड किया गया जो प्रदूषण के मामले में दूसरे नंबर पर रहा है. आनंद विहार न्यू दिल्ली का एक्यूआई 455 दर्ज किया गया है. राजधानी दिल्ली के इलाकों में अभी भी कई इलाकों का एक्यूआई 400 के बना हुआ है.
बीते 8 सालों में इस साल सबसे कम रहा प्रदूषण
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक में इस साल बड़ी राहत दर्ज की गई है, जहां जनवरी 2025 से नवंबर 2025 के बीच औसत AQI 8 सालों में सबसे कम रिकॉर्ड किया गया है, यदि 2020 के लॉकडाउन साल को छोड़ दिया जाए.
दिल्ली के प्रमुख इलाकों का तापमान
मौसम विभाग की तरफ से जारी आकड़ों के मुताबिक सफदरगंज का अधिकतम तापमान 24.3 और न्यूनतम तापमान 5.7 दर्ज किया गया है. इसी तरह पालम में अधिकतम तापमान 22.6 और न्यूनतम तापमान 7.6 दर्ज किया गया है. लोदी रोड अधिकतम 24.4 और न्यूनतम 5.8 दर्ज किया गया. इसी तरह आर्यनगर का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.
ये भी पढ़ें: दिल्ली के वसंत विहार इलाके में रैन बसेरे में लगी आग, दो लोगों की मौत