दिल्ली में प्रदूषण लगातार खतरनाक स्तर पर बना हुआ है आलम यह है कि ITO–विकास मार्ग पर लगाए गए कम्पनयुक्त पानी छिड़काव पोल प्रदूषण कम करने के प्रयासों को तेज करने के संकेत दे रहे हैं. 

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5 दिसंबर शुक्रवार सुबह आनंद विहार में AQI 347 और ITO पर 320 रिकॉर्ड किया गया, जिसने शहर को ‘वेरी पूअर’ श्रेणी में बनाए रखा. यह स्थिति गंभीर है क्योंकि धुंध की मोटी परत ने आसमान को ढक लिया है और संसद में भी इस मुद्दे को लेकर तीखा विरोध देखने को मिला.

संसद में कई सांसद कर रहे प्रदर्शन

राजधानी के विकास मार्ग पर स्थापित पानी छिड़काव पोल धूल और हवाई कणों को नीचे बैठाने में इस्तेमाल हो रहे हैं. CPCB की श्रेणी के अनुसार 301–400 AQI ‘वेरी पूअर’ और 401–500 ‘गंभीर’ मानी जाती है, ऐसे में मौजूदा प्रदूषण स्तर दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है.

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पीटीआई के अनुसार, संसद में कई सांसद मास्क पहनकर और ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ प्रतीकात्मक प्रदर्शन करते दिखे. इसी बीच, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रदूषण को ‘युद्ध स्तर पर’ पर निपटाने का ऐलान किया और ITO के मिस्ट स्प्रे सिस्टम का निरीक्षण कर इसकी तकनीकी क्षमता का जायजा लिया. उनके साथ मंत्री अशोक सूद और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

नागरिकों से ऐप पर शिकायतें दर्ज करने की अपील

मुख्यमंत्री ने बताया कि NDMC क्षेत्रों में चल रहे पायलट प्रोजेक्ट के अच्छे परिणाम मिलने के बाद नौ प्रमुख प्रदूषण हॉटस्पॉट्स पर इसी तरह के सिस्टम लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है, जिन्हें बाद में पूरे शहर में विस्तारित किया जाएगा. 300 से अधिक मिस्ट स्प्रे यूनिट्स हाई-ट्रैफिक स्थानों पर लगाई जाएंगी. नागरिकों से MCD-311 ऐप पर शिकायतें दर्ज करने की अपील की गई है, जिन्हें 72 घंटे में निपटाने की गारंटी दी गई है. 

वहीं, उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना और मुख्यमंत्री ने लोक निवास में बैठक कर अधिकारियों को धूल नियंत्रण, मलबा हटाने और रोजाना समीक्षा के निर्देश दिए हैं. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में 1–2 डिग्री की गिरावट और फिर तीन दिनों तक 3–4 डिग्री की बढ़ोतरी का अनुमान है. आगामी दो दिनों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहेंगे, जबकि आसमान मुख्यतः साफ रहेगा और 5 से 10 दिसंबर के बीच रात में धुंध तथा सुबह में हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना है.

मुंबई में भी बिगड़े हालात

उधर, मुंबई में बिगड़ते AQI ने महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को कठोर कार्रवाई के लिए मजबूर किया है. बोर्ड ने पर्यावरण मानकों का उल्लंघन करने पर मुंबई महानगरीय क्षेत्र में 19 रेडी-मिक्स कंक्रीट प्लांट बंद कर दिए हैं, जहां निरीक्षण में अपर्याप्त धूल नियंत्रण, उत्सर्जन प्रबंधन और अनुमति संबंधित खामियां पाई गईं. देवनार और गोवंडी में चार RMC प्लांट तुरंत बंद किए गए, जबकि अन्य पर जुर्माना या बैंक गारंटी की शर्तें लगाई गईं. सायन और संजय गांधी नगर में अवैध मेटल भट्टियां भी बंद कराई गईं. 

दूसरी तरफ, IIT कानपुर के सहयोग से BMC ने ‘MANAS’ नामक AI-आधारित प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जो कम लागत वाले सेंसर की मदद से हाइपरलोकल AQI डेटा उपलब्ध कराता है और मौजूदा मॉनिटरिंग सिस्टम को और मजबूत बनाता है. मुंबई में हाल के दिनों में AQI 140 के पार रहा है, जिससे विपक्ष ने BMC और राज्य सरकार पर कार्रवाई में देरी का आरोप लगाया है.