प्रदूषण की सबसे ज्यादा मार झेलने वाली दिल्ली में इन दिनों 'क्लीनस्ट एयर इन डिकेड्स' का बोलबाला है. दिल्ली ने इस बार जुलाई में पिछले 7 सालों की सबसे साफ हवा दर्ज की है. वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) औसतन 78 रहा, जो कि काफी राहत भरा है और दिल्ली में पिछले कई सालों में मुश्किल से देखने को मिला है.
यह आंकड़ा 2020 के कोविड लॉकडाउन वाले साल से भी बेहतर है, जब प्रदूषण पर काफी हद तक नियंत्रण था. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने इसे सकारात्मक बदलाव बताते हुए कहा कि यह सिर्फ मौसम की मेहरबानी नहीं, बल्कि ठोस कार्य योजनाओं का नतीजा है.
7 साल का कैसी रही दिल्ली की हवा?
पिछले 7 साल का रिकॉर्ड देखा जाए तो यह साफ दिखाई देता है कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता जुलाई 2025 में अब तक सबसे बेहतर रही. यदि 2018 से 2024 तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो जुलाई महीने में औसत AQI क्रमशः 2018 में 104, 2019 में 134, 2020 में 84 (जब लॉकडाउन के कारण प्रदूषण कम था), 2021 में 110, 2022 में 87, 2023 में 84 और 2024 में 96 रहा. इसके मुकाबले 2025 का औसत AQI केवल 78 दर्ज किया गया, जो पिछले 7 सालों में सबसे कम है.
‘संतोषजनक’ श्रेणी में दिनों की संख्या
इसी तरह, ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आने वाले दिनों की संख्या भी इस साल सबसे ज्यादा रही. जुलाई 2025 में कुल 29 दिन ऐसे रहे जब वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जो कि एक रिकॉर्ड है. इसकी तुलना में 2023 में ऐसे 26 दिन, 2020 और 2022 में 25-25 दिन और 2018 में केवल 16 दिन ही ‘संतोषजनक’ श्रेणी में दर्ज किए गए थे.
इन आंकड़ों से साफ है कि दिल्ली की हवा में यह सुधार कोई तात्कालिक बदलाव नहीं, बल्कि निरंतर प्रयासों का नतीजा है.
पर्यावरण मंत्री का दावा- निरंतर प्रयासों का नतीजा
पर्यावरण मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि यह बदलाव महज मौसम के कारण नहीं है, बल्कि सरकार की ठोस नीतियों और निरंतर प्रयासों का परिणाम है.
वीडियो में एक नागरिक कहता है, “सुबह 6 बजे हैं और दिल्ली की हवा बेहद साफ महसूस हो रही है. पिछले 10 सालों में जुलाई सबसे साफ रहा है और AQI 70 के नीचे है.” सिरसा ने कहा, "सच्चे इरादे और सशक्त कार्रवाई से ही बदलाव आता है, और दिल्ली की सबसे साफ जुलाई इसका प्रमाण है."