राजधानी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में सरकार प्रदूषण के खिलाफ बहु-स्तरीय रणनीति पर काम कर रही है. इसी कड़ी में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने साफ चेतावनी दी है कि जो भी उद्योग प्रदूषण फैलाते पाए जाएंगे, उन्हें बिना किसी ढीलाई के सील किया जाएगा.
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि आज से प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों के खिलाफ अभियान और तेज कर दिया गया है. वायु प्रदूषण से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने वाली औद्योगिक इकाइयों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी. खास तौर पर वे उद्योग जिन्होंने तय समय सीमा तक जरूरी ओईसीएम सर्टिफिकेशन के लिए आवेदन नहीं किया है उनके खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे.
'अब तक 2 लाख वाहनों की जांच'
मंत्री सिरसा ने जानकारी दी कि GRAP-4 के तहत 'नो PUC, नो फ्यूल' नियम लागू होने के बाद अब तक 2 लाख से अधिक वाहनों की प्रदूषण जांच की गई है. इनमें से करीब 10 हजार वाहन तय मानकों पर खरे नहीं उतर पाए. इससे साफ है कि सख्त जांच और कार्रवाई से व्यवस्था में सुधार आ रहा है. उन्होंने बताया कि सभी PUC केंद्रों को आधुनिक मशीनों से अपग्रेड किया जा रहा है, ताकि जांच में पारदर्शिता बनी रहे और किसी को परेशानी न हो.
'अवैध फैक्ट्रियों की पहचान कर करेंगे बंद'
दिल्ली नगर निगम (MCD) और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) को अवैध और अनधिकृत उद्योगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. शहर में जहां-जहां नियमों के खिलाफ फैक्ट्रियां चल रही हैं, उनकी पहचान कर उन्हें बंद किया जाएगा.
धूल और कचरे से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए सड़कों पर 24 घंटे सफाई और पानी का छिड़काव किया जा रहा है. वहीं, लैंडफिल साइट्स पर बड़े पैमाने पर बायो-माइनिंग की जा रही है. रोजाना करीब 35 हजार मीट्रिक टन पुराने कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निपटान किया जा रहा है, ताकि कूड़े के पहाड़ कम हों और हवा साफ हो.
'नियम न मानने वाले दफ्तरों पर भी होगा एक्शन'
पर्यावरण मंत्री ने वर्क-फ्रॉम-होम को लेकर भी सख्त संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि GRAP-4 के तहत 50 प्रतिशत कर्मचारियों को घर से काम कराने के निर्देश हैं और इसका पालन न करने वाले निजी दफ्तरों पर कार्रवाई होगी. उनका कहना है कि लोगों की सेहत सरकार की पहली प्राथमिकता है.
'ढीलाई नहीं होगी बर्दाश्त'
मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने साफ कहा कि दिल्ली की हवा साफ करने के मिशन में किसी भी तरह की ढीलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने जनता से भी नियमों का पालन करने और सरकार का साथ देने की अपील की ताकि दिल्ली को एक साफ और स्वस्थ शहर बनाया जा सके.
गौरतलब है कि हर साल सर्दियों में दिल्ली में वायु प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच जाता है. वाहनों का धुआं, औद्योगिक प्रदूषण, निर्माण कार्यों की धूल और कचरे के पहाड़ इसकी बड़ी वजह माने जाते हैं. इसी कारण सरकार हर साल GRAP लागू करती है, ताकि हालात काबू में रह सकें.