Delhi News: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली में डॉक्टरों की टीम ने एक जटिल सर्जरी कर न सिर्फ शख्स की जान बचाई, बल्कि एक बार फिर से यह साबित किया की एम्स देश ही नहीं दुनिया की भी प्रतिष्ठित अस्पतालों में से एक है और यहां पर बेहतरीन चिकित्सीय सेवाएं मरीजों को उपलब्ध करवाई जाती हैं. दरअसल, एम्स के डॉक्टरों ने एक जटिल आपरेशन के जरिए सफलतापूर्वक एक शख्स के शरीर के अंदर से चाकू निकाल नई जिंदगी दी. एम्स ट्रॉमा सेंटर के प्रमुख डॉ. कामरान फारूकी के मुताबिक जब शख्स अस्पताल पहुंचा था तब भी उसकी पीठ में चाकू फंसा हुआ था. हालांकि, मरीज उस वक्त भी होश में था और उसके शरीर के जीवन संबंधी पैरामीटर सामान्य थे. अस्पताल में एडमिट करने के बाद 13 जुलाई को उसकी सफल सर्जरी कर डॉक्टरों ने पीड़ित के पीठ से चाकू निकालने में सफलता हासिल की. पीड़ित पर हमलावरों ने दो बार चाकू से हमला किया था.


सर्जरी विभाग के डॉ. अमित गुप्ता ने कहा कि यह चुनौतीपूर्ण मामला था, क्योंकि उसकी पीठ में चाकू घोंपा गया था. उसकी स्थिति ऐसी थी कि वह लेट नहीं सकता था. उन्होंने बताया कि चाकू करीब छह इंच उसके शरीर के अंदर था. चाकू का ब्लेड उस रक्तवाहिका से महज दो तीन सेंटीमीटर दूर था जो हृदय से रक्त शरीर के अन्य हिस्सों में ले जाती है. इस जटिल सर्जरी के दौरान स्पाइनल कॉर्ड के आसपास सावधानीपूर्वक सर्जरी कर चाकू निकाला गया और फिर स्पाइनल कॉर्ड की मरम्मत की गई, जिसके बाद से अब मरीज की स्थिति सुधर रही है.


विरोध करने पर बदमाशों ने चाकुओं से किया था हमला


बता दें कि हरियाणा के करनाल के रहने वाले एक 30 वर्षीय शख्स पर 12 जुलाई को कथित हमले ने डकैतों ने चाकू से हमला कर दिया था. पीड़ित शख्स के साथ यह घटना तब हुई जब वह डकैतों से अपनी दुकान को लूटने से बचाने की कोशिश कर रहा था, जिसके बाद उसे नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था. वहां से उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया. पीड़ित की गम्भीर अवस्था को देखते हुए दूसरे अस्पताल से भी उसे बड़े अस्पताल में भेज दिया गया. इस तरह से दो अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद 12 जुलाई की देर शाम घायल शख्स को एम्स ट्रॉमा में एडमिट कराया गया.


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