दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को तिमारपुर स्थित संजय बस्ती में ‘अटल कैंटीन’ का शिलान्यास किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार का संकल्प है कि राजधानी में कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए. सरकार की योजना के तहत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर से दिल्ली में एक साथ 100 अटल कैंटीनें शुरू की जाएंगी. इन कैंटीनों में जरूरतमंद लोगों को मात्र 5 रुपये में ताजा और पौष्टिक खाना उपलब्ध होगा.

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इस कार्यक्रम में सांसद मनोज तिवारी, शहरी विकास मंत्री आशीष सूद और स्थानीय विधायक सूर्य प्रकाश खत्री सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘गरीब कल्याण’ विज़न पर आगे बढ़ रही है और जनता की सेवा ही सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है.

उन्होंने कहा कि दिल्ली की झुग्गी बस्तियों को कई दशक तक पिछली सरकारों ने नजरअंदाज किया, लेकिन मौजूदा सरकार ने पहली बार इन बस्तियों के विकास के लिए 700 करोड़ रुपये का विशेष बजट रखा है. सरकार झुग्गी क्षेत्रों में सड़क, नाली, शौचालय, पार्क, आरोग्य केंद्र और सामुदायिक सुविधाओं का तेजी से विकास कर रही है. मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि हम झुग्गी तोड़ने नहीं, बल्कि झुग्गियों में रहने वाले हर परिवार को सम्मानजनक जीवन देने के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के विज़न के अनुरूप गरीब परिवारों को पक्के घर, शौचालय, रसोई, स्नानघर और गैस सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी तेजी से काम चल रहा है.

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100 अटल कैंटीनों को चलाने के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट

शहरी विकास मंत्री आशीष सूद ने कहा कि अटल कैंटीन पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय सिद्धांत को समर्पित है, जिसका उद्देश्य विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है. उन्होंने बताया कि यह योजना स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने के साथ-साथ महिलाओं के सेल्फ हेल्प ग्रुप और स्थानीय लोगों को रोजगार भी देगी. उन्होंने बताया कि 100 अटल कैंटीनों को चलाने के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है. मंत्री सूद ने कहा कि मजदूर, माताएं, बुजुर्ग और दैनिक कामगार दिल्ली की रीढ़ हैं और सरकार का कर्तव्य है कि उन्हें सम्मान से जीवन जीने का अवसर मिले.

क्या हैं अटल कैंटीनों की सुविधाएं 

हर कैंटीन में साफ-सुथरा भोजन क्षेत्र, स्टेनलेस स्टील की टेबल-कुर्सियां, साफ पेयजल, डिजिटल टोकन सिस्टम, सीसीटीवी निगरानी, सुरक्षित कचरा प्रबंधन और पूरी तरह हाइजीनिक व्यवस्था होगी. दोपहर और रात दोनों समय ताजा भोजन मिलेगा. भोजन की गुणवत्ता की जांच FSSAI के मानकों के अनुसार अनिवार्य रूप से की जाएगी. अटल कैंटीन योजना को दिल्ली में भूख-मुक्ति और पोषण सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.