Delhi Police: दिल्ली के रोहिणी जिले स्थित विजय विहार इलाके में 29 जून की सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब महाराणा प्रताप पार्क में एक युवक की लाश संदिग्ध हालत में मिली. मृतक की उम्र करीब 25 वर्ष थी और उसके दोनों हाथ पीछे की ओर एक सफेद गमछे से बंधे हुए थे. मृतक की पहचान यूपी के गोरखपुर के रहने वाले मनीष के रूप में हुई.
मौके पर पहुंची पुलिस ने हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की. शुरुआती जांच में मामला न केवल रहस्यमयी बल्कि बेहद निर्मम भी प्रतीत हो रहा था. लेकिन दिल्ली पुलिस ने अपनी सूझबूझ और तत्परता से जल्दी ही इस रहस्यमयी हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया और चार आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ हत्या में शामिल रहे दो किशोरों को भी हिरासत में ले लिया. पूर्व प्रेमिका से मिलने गोरखपुर से दिल्ली आया था मृतकडीसीपी राजीव रंजन ने बताया कि, मामले की गंभीरता को देखते हुए विजय विहार थाने की ओर से एक विशेष टीम गठित की गई, जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव कर रहे थे. टीम को दो हिस्सों में बांटा गया. एक ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो दूसरे ने तकनीकी निगरानी शुरू की. पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि मृतक मनीष दिल्ली की एक युवती सोनिया (बदला हुआ नाम) से प्रेम संबंध में था.
उन्होंने कहा कि जब सोनिया को मनीष के पहले से शादीशुदा होने की जानकारी मिली, तो उसने उससे संपर्क तोड़ दिया. वह लगातार उससे संपर्क करने की कोशिश करता रहा, लेकिन जब वह अपनी इन कोशिशों में नाकाम रहा तो वह दो दिन पहले गोरखपुर से दिल्ली आया और सोनिया से मिलने की कोशिश की. लेकिन सोनिया ने मिलने से साफ इनकार कर दिया. जिस पार्क से मनीष की लाश मिली, वह सोनिया के घर से महज़ कुछ कदम की दूरी पर था, जिससे शुरुआती शक सोनिया और उसके भाई विक्की की ओर गया. सीसीटीवी से लेकर मोबाइल सर्विलांस तक, हर एंगल से जुड़ी जांचइसी दौरान टीम को एक अहम सुराग मिला. मृतक मनीष का मोबाइल फोन किसी और सिम कार्ड के साथ सक्रिय मिला. जिस कर बाद टीम ने तकनीकी विश्लेषण और स्थानीय सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने छह संदिग्धों को हिरासत में लिया, जिनमें से चार वयस्क और दो किशोर निकले. पूछताछ के दौरान इन सभी ने अपना अपराध कबूला. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान, करण उर्फ डोरेमोन, आकाश, सुमित, राहुल और दो किशोर के रूप में हुई. आरोपियों की निशानदेही पर मनीष का मोबाइल फोन और उसके जरूरी दस्तावेज भी बरामद कर लिए गए हैं.
सिर्फ लूटपाट के लिए ली जानआरोपियों ने बताया कि उनका मकसद सिर्फ लूटपाट करना था. उन्होंने मनीष को अकेला देखा और उससे मोबाइल और बैग छीनने की कोशिश की. मनीष के विरोध करने पर उन्होंने उसकी दोनों कलाई एक सफेद गमछे से बांध दी और गला घोंटकर उसकी जान ले ली. इसके बाद वे उसका फोन और बैग लेकर स्कूटी पर फरार हो गए. मुख्य आरोपी करण उर्फ डोरेमोन (22) विजय विहार के लाल क्वार्टर इलाके का निवासी है और पहले से ही चोरी के पांच मामलों में नामजद रह चुका है. अन्य आरोपी, आकाश (23), सुमित (22) और राहुल (18) भी विजय विहार और आसपास के इलाके के रहने वाले हैं. इस मामले में आगे की जांच जारी है.