Delhi Cyber Fraud News: पिछले कुछ वर्षों में टेक्नोलॉजी ने देश के युवाओं के लिए रोजगार हासिल करने व व्यापार शुरू करने का काम कई मायनों में आसान कर दिया है, लेकिन कुछ युवा कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में गलत राह पर चल पड़ते हैं. इसका नतीजा यह होता है कि ऐसे युवा अक्सर ठगी के शिकार हो जाते हैं. इसी तरह के ठगी के एक मामले का खुलासा दिल्ली आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट साइबर थाने की पुलिस ने किया है. चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपियों ने ऑनलाइन जॉब सर्च कर रहे युवाओं को जिगोलो बनाने का झांसा देकर उनसे ठगी की वारदात को अंजाम दिया. 


दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों ने जिगोलो बनाने का झांसा देकर एक-दो नहीं बल्कि 4 हजार से भी ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना लाखों रुपए की ठगी की है. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कुलदीप सिंह चरण और श्याम लाल नेगी के रूप में हुई है. दोनों राजस्थान की राजधानी  जयपुर के रहने वाले हैं. इनके कब्जे से पुलिस ने एक डेस्कटॉप, एक लैपटॉप, 4 मोबाइल फोन, एक हार्ड-डिस्क, 2 एसडी कार्ड, 18 सिम कार्ड, 11 बैंक एकाउंट और 21 एटीएम कार्ड और चेकबुक आदि बरामद किए हैं.


डीसीपी देवेश कुमार महला ने बताया कि नरेला निवासी एक शख्स ने साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दी गई शिकायत में बताया कि ऑनलाइन जॉब सर्च करने के दौरान वो एक वेबसाइट पर पहुंच गया. वेबसाइट पर दिए गए नंबर पर बात करने पर आरोपियों ने उन्हें जिगोलो बनाने के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस के लिए 2499 रुपए ले लिए. इसके बाद एक आईडी वाट्सएप पर भेज दी. फिर उनसे एडवांस कमीशन, पासकोड और मसाज किट जैसे कई अन्य चार्जों के नाम पर 39,190 रुपए ऐंठ लिए. साइबर थाना पुलिस ने पीड़ित शख्स की शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.


आरोपी युवाओं को ऐसे लेता था झांसे में


कुलदीप पहले होटल में एक रूम बॉय के रूप में काम करता था, जबकि श्याम लाल होटल के रिसेप्शन पर काम करता था. दोनों हिंदी के साथ फर्राटेदार इंग्लिश भी बोलता है. इसके अलावा ये महिला की आवाज की मिमिक्री भी कर लेता था. वो युवाओं से महिला की आवाज में बात कर झांसे में लेता पता था. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे 2017 से प्ले बॉय सर्विस, जिगोलो सर्विस और एक्सकॉर्ट सर्विस देने के बहाने चार हजार से ज्यादा लोगों के साथ ऑनलाइन फ्रॉड कर चुके हैं. ठगी की रकम मंगवाने के लिए वे दर्जनभर से ज्यादा बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करते थे. इस मामले में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुटी है.


फ्रॉड में शामिल आरोपियों को पुलिस ने ऐसे दबोचा


पीड़ित व्यक्ति से शिकायत मिलने के बाद साइबर थाना पुलिस ने मामले की जांच के लिए एसीपी ऑपरेशन यशपाल सिंह की देखरेख में एसएचओ साइबर थाना रमन कुमार सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर देवेंदर कुमार, एसआई जगदीप नारा, हेड कॉन्स्टेबल विनोद, मनोज शर्मा, महिला हेड कॉन्स्टेबल सुमन और अन्य की टीम का गठन किया. मामले की जांच में जुटी साइबर पुलिस की टीम ने डोमेन नेम और सर्वर स्पेस, कॉल डिटेल और मनी ट्रेल की डिटेल का विश्लेषण किया. इसके बाद की गई गई टेक्निकल सर्विलांस, रेकी और लोकल इंटेलिजेंस की सहायता से पुलिस ने राजस्थान के जयपुर से एक आरोपी कुलदीप को दबोच लिया. उसके पास से वारदात में इस्तेमाल किया गया एक मोबाइल नंबर बरामद किया. पूछताछ में उससे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने दूसरे आरोपी को भी दबोच लिया. 


यह भी पढ़ें: Good News: दिल्ली एम्स में अब नहीं होगी मरीजों को परेशानी, बढ़ाए जाएंगे आईसीयू बेड, हेलीपैड की भी होगी सुविधा!