Congress On Delhi Law and Order: दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने राजधानी की कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी की डबल इंजन सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर दिल्ली में बढ़ते अपराधों के लिए जिम्मेदार कौन है? उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कानून व्यवस्था सुधारने के लिए बैठक तो की, लेकिन इसका कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया.
देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली की जनता पिछले 12 वर्षों से बीजेपी और आम आदमी पार्टी की आपसी राजनीति के बीच पिस रही है. अपराधी बेखौफ होकर सड़कों पर घूम रहे हैं और दिल्लीवासी डर के साए में जीने को मजबूर हैं.
विधानसभा अध्यक्ष पर भी साधा निशानाकानून व्यवस्था पर सदन में चर्चा न होने को लेकर दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता पर भी देवेंद्र यादव ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिस तरह आम आदमी पार्टी अपने कार्यकाल में इस गंभीर मुद्दे को टालती रही, उसी तरह अब बीजेपी की दिल्ली सरकार भी इससे बचने की कोशिश कर रही है.
देवेंद्र यादव ने आगे कहा, "दिल्ली की जनता ने अपनी सुरक्षा और कल्याण के लिए पहले आम आदमी पार्टी को 10 साल तक सत्ता सौंपी, अब बीजेपी को बहुमत दिया, लेकिन कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर होती जा रही है. कांग्रेस सरकार के 15 वर्षों के शासन में जैसी सख्त कानून व्यवस्था थी, वैसी आज देखने को नहीं मिल रही. तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित हमेशा केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ समन्वय स्थापित कर दिल्ली की सुरक्षा सुनिश्चित करतीं थीं."
'दिल्ली अपराध राजधानी बनने की कगार पर'दिल्ली में बढ़ते अपराधों को लेकर देवेंद्र यादव ने कहा, "राजधानी में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. खुलेआम गोलीबारी, गैंगवार, अपहरण, हत्या, लूटपाट, रेप, झपटमारी जैसी घटनाओं ने दिल्ली को अपराध राजधानी बना दिया है."
उन्होंने दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि अपराध के आंकड़े चौंकाने वाले हैं:प्रत्येक दिन 3 महिलाओं के साथ रेपहर दिन 12 झपटमारी की घटनाएंहर रोज 18 घरों में चोरीमहिलाओं के साथ छेड़छाड़ और बुजुर्गों के खिलाफ लूट और हत्या की बढ़ती घटनाएं.
देवेंद्र यादव ने कहा कि अगर वे अपराध जिनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं होती, उन्हें भी शामिल किया जाए तो दिल्ली की वास्तविक स्थिति बेहद भयावह है. उन्होंने ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मांग की कि वह अपने अधिकारों का प्रयोग कर उपराज्यपाल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ समन्वय स्थापित करें और दिल्ली पुलिस को दिशा-निर्देश दें ताकि राजधानी में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाई जा सके.
कड़े कदम उठाने की मांगउन्होंने कहा, "दिल्ली वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी कौन लेगा? क्या वोट लेकर सत्ता पाने के बाद डबल इंजन की सरकार दिल्ली के लोगों को लावारिस छोड़ देगी?" कांग्रेस नेता ने मांग की कि दिल्ली में बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए सरकार तत्काल कड़े कदम उठाए और जनता को भयमुक्त वातावरण प्रदान करे.
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