दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जनसुनवाई के दौरान हमला करने वाला आरोपी राजेश खिमजी असल में एक क्रिमिनल है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी राजेश खिमजी सकरिया पर पहले से ही 5 आपराधिक केस दर्ज थे. इनमें से 4 मामलों में कोर्ट ने उसे निर्दोष घोषित कर रिहा कर दिया था, जबकि एक मामले में अभी सुनवाई बाकी है. 

इतना ही नहीं, हमले से एक दिन पहले (19 अगस्त) को वह मुख्यमंत्री आवास की रेकी करते भी देखा गया है. इसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. सीसीटीवी फुटेज में वह 19 अगस्त को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के शालीमार बाग स्थित आवास की रेकी करते हुए दिखाई दे रहा है. आज जनसुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री पर हमला करने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

गुजरात पुलिस के संपर्क में दिल्ली पुलिसराजेश खिमजी को हिरासत में लिए जाने के बाद पता चला कि वह राजकोट में रहता है. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत गुजरात पुलिस से संपर्क किया और उसका क्रिमिनल बैकग्राउंड चेक कराया. सामने आया कि राजेश खिमजी पर पहले से 5 केस दर्ज थे. सभी  फौजदारी के मामले थे, जिनमें से चार में उसे बरी कर दिया गया है.

दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने भी यह दावा किया था कि हमलावर राजेश बिना कागज के ही जनसुनवाई में पहुंचा था. यानी उसके पास कोई मुद्दा नहीं था जिसके लिए मदद मांगने आया हो. वह केवल हमला करने के मकसद से आया था. इस हमले में सीएम रेखा गुप्ता को कंधे और सिर में चोट आई है.