दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने एक हिंदी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में दिल्ली एमसीडी एकीकरण पर फिर सवाल उठाया है. सीएम केजरवील ने कहा कि दिल्ली के तीनों नगर निगमों का विलय करने पर भी इसके हालात नहीं सुधरेंगे. क्योंकि तीनों नगर निगमों को एक करने के बाद भी इनमें 200 करोड़ का रिवेन्यू गेप है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से हर निगम को 422 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से पैसा मिलता है लेकिन दिल्ली नगर निगम को नहीं दिया जा रहा है. 

सीएम ने कहा दिल्ली नगर निगम को केंद्र सरकार इसलिए पैसा नहीं देती क्योंकि यहां आम आदमी पार्टी की सरकार है. केंद्र सरकार का कहना है कि दिल्ली एमसीडी के एकीकरण से इसके हालात सुधरेंगे लेकिन ये कैसे सुधरेंगे ये समझ से परे है. हालांकि इनका मकसद इस बिल से एमसीडी को सुधारना नहीं बल्कि एमसीडी चुनाव को लेट करना था. इसके साथ ही सीएम केजरीवाल ने कहा हमने आजादी के बाद से 75 साल बर्बाद कर दिए, हम आज भी बिजली, पानी पर अटके पड़े हैं. इस देश में पैसे की कमी नहीं थी, पैसा ये लोग खा गए.

MCD Bill: राज्यसभा में अमित शाह बोले- दिल्ली सरकार ने नगर निगमों के साथ सौतेला व्यवहार किया

हाल ही में राज्यसभा में दिल्ली एमसीडी के संशोधन बिल को पेश करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था बिल पेश करते हुए कहा था दिल्ली सरकार का सौतेली मां जैसा व्यवहार तीनों नगर निगमों को अच्छे से काम करने से रोकता है. आप के इस सौतेले व्यवहार का नतीजा यह है कि नगर निगम के कर्मचारियों में असंतोष है और तीनों निगम एक शहर का हिस्सा होने के बावजूद अलग-अलग तरीकों से काम कर रहे हैं.