AAP Reaction on Caste Survey: केंद्र सरकार के जातिगत जनगणना कराए जाने की घोषणा पर आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर बीजेपी शासित केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी शुरू से ही जातीय जनगणना की मांग करती रही है. यह बहुत गंभीर विषय है, लेकिन बीजेपी इसे चुनावी टूल की तरह इस्तेमाल कर रही है.
आप का कहना है कि महिला आरक्षण पर भी खूब घोषणाएं की गई थीं, लेकिन आजतक कोई काम नहीं हुआ. वैसे ही जातीय जनगणना में भी कोई टाइम लाइन नहीं बताई गई. क्या यह घोषणा सिर्फ हेडलाइन मैनेजमेंट और बहस को बदलने का प्रयास है? सरकार को समझना पड़ेगा कि यह राजनीति एजेंडा नहीं, बल्कि समाज की जरूरत है. क्या बीजेपी पहलगाम में 27 लोगों की निर्मम हत्या और 250 किमी अंदर आकर आतंकियों द्वारा हमला करके भाग जाने के सवाल से बचने के लिए बहस को घुमा रही है?
AAP शुरू से ही जातीय गणना की पक्षधरआम आदमी पार्टी के नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि बुधवार को भारत सरकार ने देश भर में जातीय जनगणना कराने का फैसला लिया है. आम आदमी पार्टी शुरू से ही जातीय जनगणना कराने की पक्षधर रही है और इसकी मांग करती रही है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए. जातीय जनगणना बहुत ही गंभीर विषय है, लेकिन बीजेपी इसे चुनावी टूल की तरह इस्तेमाल कर रही है जो सही नहीं है.
आज पूरा देश यह उम्मीद कर रहा था कि बीजेपी की केंद्र सरकार की तरफ से ऐलान होगा कि पाकिस्तान को सबक सिखाएंगे और पाक अधिकृत कश्मीर को वापस लेकर आएंगे, लेकिन बीजेपी बहस बदलने की राजनीति कर रही है.
क्या देश का ध्यान भटकाना चाहती है बीजेपी?अनुराग ढांडा ने कहा कि बीजेपी जातीय जनगणना को गंभीरता से नहीं लेती है. एक लंबे समय से जातीय जनगणना कराने की मांग की जा रही है. बीजेपी को छोड़कर देश के सारे राजनीतिक दल जातीय जनगणना कराने की लगातार मांग कर रहे थे, लेकिन बीजेपी कोई जवाब नहीं देती थी. इसलिए सवाल उठता है कि क्या बीजेपी 27 लोगों की दर्दनाक हत्या से देश का ध्यान भटकाना चाहती है? क्या बीजेपी इस सवाल से भाग रही है कि बॉर्डर से 250 किलोमीटर अंदर आकर आंतकवादी घटना को अंजाम देकर कैसे गायब हो गए?