Delhi News: दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पानी के बिलों के मसले पर लोगों को गुमराह न करें. सीएम इस कला में माहिर हैं. उन्होंने अपनी सरकार की भ्रष्टाचार गाथाओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए पानी बिल निपटान का मुद्दा उठाया है. चूंकि, वह भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हुए हैं और लोग सवाल उठा रहे हैं, इसलिए केजरीवाल ने खुद ही दिल्ली विधानसभा के विस्तारित बजट सत्र का दुरुपयोग करते हुए लोगों को अत्यधिक पानी के बिल ज्यादा मिलने का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया है.


उन्होंने कहा कि सीएम यह जान लें कि दिल्ली के लोग अच्छी तरह से समझते हैं कि जल बोर्ड घोटालों में डूबा हुआ है. वायु प्रवाह जल मीटर लगाने से लाखों उपभोक्ताओं को अत्यधिक बिल मिले और ये समस्या पैदा हुई है. वीरेंद्र सचदेवा के मुताबिक बीजेपी को दिल्ली सरकार द्वारा उपभोक्ताओं को भेजे गए अत्यधिक पानी के बिलों का सेटलमेंट होने में कोई दिक्कत नहीं है. जल बिल निपटान योजना पर दिल्ली बीजेपी का रुख यह है कि समस्या डीजेबी द्वारा गलत वायु प्रवाह मीटर लगाने के कारण हुई है, इसलिए बेहतर होगा कि दिल्ली जल बोर्ड एकमुश्त निपटान के रूप में सभी विवादित आवासीय उपभोक्ताओं को शून्य बिल जारी करे.


मजाक न करे आप सरकार


दिल्ली बीजेपी नेता का कहना है कि दिल्ली सरकार प्रति माह 21 हजार लीटर तक पानी की खपत करने वाले लाखों उपभोक्ताओं को मुफ्त पानी देने का दावा करती है, इसलिए योजना के अनुरूप सभी आवासीय उपभोक्ताओं को जीरो बिल देना चाहिए, जिन्हें गलत बिल जारी किए गए हैं. सीएम केजरीवाल का यह बयान कि अगर दिल्लीवासी उन्हें 7 लोकसभा सीटें देते हैं तो वह पानी के बिलों का सेटलमेंट कर देंगे. यह एक मजाक है. बिलों का सेटलमेंट दिल्ली सरकार को करना है. वह पहले से ही सत्ता में हैं, लेकिन लोगों की मदद के लिए प्रशासनिक तौर पर कुछ नहीं कर रहे हैं.


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