दिल्ली के पटपड़गंज से बीजेपी पार्षद रेणु चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. जिसमें वह एक विदेशी फुटबॉल कोच को हिंदी सीखने के लिए भी धमकाती हुई नजर आ रही है. वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बीजेपी पार्षद कोच से हिंदी सीखने के लिए कह रही हैं. वहीं उन्होंने कहा कि अगर हिंदी नहीं सीखी तो एक महीने में पार्क छीन लो. सोशल मीडिया पर उनका यह वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है.

Continues below advertisement

बीजेपी पार्षद ने  कोच को दिया अल्टीमेटम

बता दें कि यह वीडियो तीन दिन पुराना है. जो पार्षण रेणु चौधरी ने खुद अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया है. इसमें वह एक पार्क के अंदर दिखाई दे रही हैं. वहीं सोसायटी के बच्चों को फुटबॉल सिखाने वाले कोच को धमका रही हैं. बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले कोच से हिंदी सीखने के लिए कहा था. लेकिन उसने अभी तक हिंदी नहीं सीखी. 

Continues below advertisement

इस पर गुस्सा होकर पार्षद ने कोच को ही अल्टीमेटम दे दिया. वीडियो में उन्होंने कहा, "अगर इसने एक महीने में हिंदी नहीं सीखी तो इससे पार्क छीन लो." उन्होंने आगे वीडियो में कहा कि इसे 8 महीने हो गए हैं बताए हुए मुझे.  उन्होंने आगे कहा कि यहां का पैसा अगर खा रहे हो तो मूंह में भी हिंदी बोलना सीखो.

हिंदी न सीखने पर गुस्सा हुईं पार्षद

पार्षद ने आगे कहा कि मैंने 8 महीने पहले बोला था, लेकिन नहीं हुआ. सोसायटी वाले लोगों ने कहा था कि हमारे बच्चों को फुटबॉल सिखाता है. इसलिए मैंने छोड़ दिया था. उन्होंने आगे कहा कि अब बता रही हूं शाम तक पार्क जल्दी बंद होना चाहिए. किसी भी तरह की क्रिमिनल एक्टिविटी हुई उसके जिम्मेदार तुम लोग होगे.

रेणु चौधरी ने लोगों से कहा कि एक महीने अगर हिंदी नहीं सीखी तो यह पार्क नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि अगर पार्क लेना है तो पहले हिंदी सीखकर आएगा, तभी पार्क मिलेगा.

मामले पर स्थानीय लोगों ने क्या कहा?

वही स्थानीय लोगो से जब हमने बातचीत की तो लोगो का कहना है कि पार्क में एक नाईजीरियन कोच बच्चों को पार्क में फुटबॉल सिखाता है. रेणु चौधरी उसी को हिंदी सीखने और पॉर्क में साफ सफाई के लिए कहती हुई नजर आ रही है. 

लोगों का कहना है कि पार्क 8:00 बजे रात में बंद हो जाता है. वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि हिंदी सीखने के लिए कहना कोई भी गलत बात नहीं है. अगर हिंदी सीखने के लिए कह दिया गया तो उसमें कुछ भी गलत नहीं है

एबीपी न्यूज ने निगम पार्षद रेनू चौधरी से जब इस मामले में उनका पक्ष जानने के लिए बात की तो उन्होंने वीडियो की पुष्टि करते हुए कहा कि वीडियो उन्हीं का है, लेकिन जब हमने उनसे हिंदी सीखने के मामले पर सवाल किया तो उन्होंने जवाब नहीं दिया.