Delhi News: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि बीजेपी की केन्द्र सरकार जो भारत को विकसित भारत बनाने का ढ़ोल पीट रही है, वह दिल्ली में जल आपूर्ति करने वाली और यमुना नदी को साफ करने में पूरी तरह विफल रही है. बीजेपी सरकार और उनके सांसदों की असंवेदनशीलता और निष्क्रियता के कारण पवित्र यमुना नदी नाला बनकर गई है. यमुना नदी दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन चुकी है.


अरविंदर सिंह लवली का दावा है कि बीजेपी सरकार की सत्ता का केंद्र में आने बाद पर्यावरणीय मुद्दों के मामलों का प्रबंधन करने वाले सभी बीजेपी के मंत्री, सांसद तथा शीर्ष अधिकारियों के बैठने के बावजूद जहरीली वायु और जल प्रदूषण राजधानी दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर रहा है. 


यमुना की सफाई को लेकर केंद्र गंभीर नहीं


उन्होंने कहा कि गर्मी का तापमान बढ़ने के साथ यमुना में पानी का प्रवाह एक पतली धारा में सिमट गया है, जो नदी में गिरने वाले नालों के गंदे और अपशिष्ट जल से भर गया है. केंद्र सरकार ने बीजेपी शासित हरियाणा सरकार से अधिक पानी छोड़ने के निर्देश को रोका हुआ है. 


स्वच्छ पेयजल के तरसे दिल्ली वाले


दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक राजधानी के अधिकांश इलाके या तो गंभीर जल संकट का सामना कर रहे हैं, या वहां गंदा पानी मिल रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार की भेदभाव की नीति के कारण स्वच्छ पेयजल के लिए दिल्ली के लोग तरस गए हैं. दिल्ली वालों की दुर्दशा चिंताजनक है.


यमुना 76 फीसदी प्रदूषित


अरविंदर सिंह लवली ने याद दिलाया कि 23 अगस्त 2017 को राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने यमुना नदी के कायाकल्प और पुनर्स्थापना पर स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं करने पर पर्यावरण मंत्रालय पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था. फिर भी यमुना में जहरीला पानी बह रहा है. हालांकि 1,400 किलोमीटर लंबी नदी में से केवल 22 किलोमीटर वजीराबाद और ओखला के बीच दिल्ली में बहती है, जिसमें 76 प्रतिशत प्रदूषित पानी है. पिछले 10 वर्षों में नदी को साफ करने के लिए कई परियोजनाएं शुरू की गई. परंतु नदी को स्वच्छ और सुधार बनाने के लिए कुछ नही किया. 


यमुना की सफाई के लिए केंद्र ने कुछ नहीं किया


उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने यमुना की सफाई के लिए केन्द्र सरकार डींगे हांकने के अलावा कुछ नहीं किया. यमुना सफाई के पिछले 10 वर्षों में कोई आवश्यक पहल नही की है. लवली ने कहा कि केंद्र की यमुना की सफाई योजना ‘‘नमामि गंगे परियोजना’’ की तरह एक अंतहीन परियोजना बन गई है, क्योंकि हजारों करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद, नमामि गंगे योजना अभी भी तक कोई काम प्रगति पर नही है. हर वर्ष नदी की सफाई का लक्ष्य बढ़ाया जा रहा है परंतु काम नही हो रहा है.


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