Delhi Crime News: बाहरी दिल्ली के अलीपुर में पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में 19-वर्षीय एक इलेक्ट्रीशियन की हत्या के आरोप में दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस ने रविवार को इस बात की पुष्टि कर दी है. उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान शिव भारद्वाज और सूफियान के तौर पर की गई है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि शनिवार को उसे सूचना मिली कि जीटी करनाल रोड स्थित सूर्यदेव राजवाड़ा फार्म में सोया हुआ बंटी नाम का व्यक्ति कोई उत्तर नहीं दे रहा है.


आउटर दिल्ली पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर निवासी बंटी का शव सोफा पर मिला. उन्होंने बताया कि पीड़ित के शरीर पर चोट के निशान नहीं थे, लेकिन उसका मोबाइल गायब था. पुलिस ने जांच की तो बंटी के गांव का युवक ही साजिश का मुख्य सूत्रधार निकला. 


वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान खुलासा हुआ कि बंटी रात नौ बजकर करीब 30 मिनट पर खाना खाकर घटनास्थल पर पहुंचा था. उन्होंने बताया कि तकनीकी निगरानी, अन्य सुराग और करीब 20 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद संदिग्धों की पहचान की गई. डीसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस टीम भारद्वाज को पकड़ने में सफल रही, जो पीड़ित के ही गांव का रहने वाला है. 


बंटी को ठिकाने लगाने की ये है वजह


डीसीपी रवि सिंह के मुताबिक आरोपी भारद्वाज ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने मेरठ निवासी अपने दोस्त सूफियान के साथ मिलकर बंटी की हत्या की है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि भारद्वाज से जानकारी मिलने के बाद आधी रात को मेरठ में छापेमारी की और सूफियान को पकड़ लिया. भारद्वाज ने जानकारी दी है कि उसने करीब एक महीने पहले बंटी का एटीएम चोरी कर लिया था और रुपये निकाल लिया था. उसी समय जब इसकी जानकारी पीड़ित को हुई तो उसने पैसे वापस करने को कहा. ऐसा न करने पर गांव में लोगों को इसकी जानकारी देने की धमकी दी. उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद भारद्वाज ने कुछ महीने पहले मिले सूफियान के साथ मिलकर बंटी को ठिकाने लगाने की साजिश रची.


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