Nepal as Hindu Rashtra: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की शुरू की गई भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की मुहिम को कई हिन्दू संगठनों का समर्थन मिल रहा है. अखिल भारत हिन्दू महासभा भी इस मुहिम में साथ होकर बड़े पैमाने पर इसमें तेजी लाना चाहती है. जिसके लिए उन्होंने दिल्ली मुख्यालय में भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की पहल के तहत एक सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें भारत के करीबी देश और करीबी रिश्ते वाले देश नेपाल के धर्मगुरु भी शामिल हुए. जिन्होंने भारत के साथ नेपाल को भी हिन्दू राष्ट्र बनाने की जरूरत बताया और इसे लेकर एक बड़े मुहिम के लिए आपस में समझौता किया.


हिंदुओं की स्थिति को देखते हुए नेपाल के धार्मिक संगठन संयुक्त राष्ट्रीय जन आंदोलन मोर्चा के नेता और धर्मगुरु को हिंदुओ को संगठित होने की जरूरत महसूस हुई, जिससे नेपाल में हिंदुओं को प्रताड़ना से बचाया जा सके और हिंदुओं को मजबूत कर नेपाल को फिर से हिन्दू राष्ट्र बनाया जा सके. इसी कोशिश के तहत नेपाल के धर्मगुरु, अखिल भारत हिन्दू महासभा में सम्मिलित होने दिल्ली पहुंचे, जहां उन्हें हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने सदस्यता दिलाई और नेपाल में हिन्दू महासभा का सदस्यता अभियान चलाने और नेपाल में राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के गठन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए अधिकृत समझौता किया.


नेपाल को हिन्दू राष्ट्र बनाने की मुहिम


इस समझौते के तहत, मार्च के पहले सप्ताह में अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नेपाल का दौरा कर हिन्दू महासभा नेपाल शाखा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की घोषणा करेंगे और ज्यादा से ज्यादा हिंदुओ को महासभा से जोड़कर नेपाल को हिन्दू राष्ट्र बनाने की मुहिम चलाएंगे. इसे लेकर दिल्ली में कई गई प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि नेपाल में हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है, इसलिए वहां हिन्दू महासभा जैसे संगठन की आवश्यकता है. इसलिए वहां हिंदू महासभा अधिवेशन का आयोजन किया जाएगा और नेपाल की अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्र कार्यकारिणी का वहां पर गठन किया जाएगा और अखिल भारत हिंदू महासभा में लोगों को सदस्यता ग्रहण कराई जाएगी.


नेपाल में कम्युनिस्टों की सरकार है: आचार्य 


उन्होंने कहा कि नेपाल को फिर से हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए तमाम हिंदुओं और ओमकार परिवार को एकजुट कर अखिल भारत हिंदू महासभा और भारत के हिंदुओं के समर्थन से नेपाल को फिर से हिन्दू राष्ट्र बनाया जाएगा. इस बैठक मैं नेपाल के धार्मिक नेता तारा नाथ नीति, एबराज आचार्य वेद और दिल्ली प्रदेश हिंदू महासभा के उपाध्यक्ष श्रीकांत सिंह भी शामिल हुए. जिसमें नेपाल के धार्मिक संगठन की तरफ से शामिल हुए आचार्य ने बताया कि आज नेपाल में भी कम्युनिस्टों की सरकार आ गई है और वहां पर हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है.


हिंदुओं को साथ जोड़कर बनाएंगे हिन्दू राष्ट्र


आचार्य ने कहा कि हमें जरूरत आन पड़ी है कि हम नेपाल को फिर से हिंदू राष्ट्र बनाने की ओर अग्रसर करें और यह काम अखिल भारत हिंदू महासभा ही कर सकती है. इसलिए आज हमने उनके साथ चर्चा की है हाथ मिलाया है और नेपाल में भारत हिंदू महासभा की सदस्यता ग्रहण कराई जाएगी और हम नेपाल में एक बड़ा संगठन खड़ा करेंगे जो राष्ट्र हित की बात करेगा, हिंदुओं की बात करेगा और हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करेगा. उन्होंने कहा कि नेपाल में धार्मिक संगठन की ओर से मेरे साथ यहां पर संयुक्त राष्ट्र जन आंदोलन मोर्चा के अध्यक्ष तारा नाथ लिमिटेड उपाध्यक्ष वेदराज आचार्य, रामशरण कसी ट्रेझ और अखिल भारत हिंदू महासभा के कई पदाधिकारी यहां पर मौजूद हैं. हम सब लोग नेपाल में जाकर लोगों को अपने साथ जोड़ेंगे और नेपाल को फिर से हिंदू राष्ट्र बनाएंगे. 


पिछले दशकों में बदली नेपाल की स्थिति


भारत के करीबी देशों में नेपाल से भारत और यहां के रहने वाले लोगों की शुरू से ही घनिष्ठता रही है. अलग देश होने के बाद भी नेपाल की सभ्यता-संस्कृति भारत के करीब की रही है. वहां का पशुपतिनाथ नाथ मंदिर जो शिव का एक रूप है, उसकी काफी मान्यता है और आज भी नेपाल के लोगों के साथ भारत मे रहने वाले हिंदुओ की उस मंदिर के लिए काफी आस्था है. एक समय था जब नेपाल हिन्दू राष्ट्र हुआ करता था, लेकिन पिछले कई वर्षों में वहां के हालात बदले और विभिन्न सरकारों के समय और बदलते परिवेश में नेपाल में हिंदुओं की बहुलता में कमी आ गई. हालिया वक्त में वहां की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार लगातार हिंदुओ को प्रताड़ित कर रही है. जिससे वहां रहने वाले हिन्दू समुदाय के लोग काफी आहत हैं.


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