छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिला मुख्यालय अम्बिकापुर (Ambikapur) के करीब बंधियाचुआं में डेरा जमाए हाथी ने फिर एक व्यक्ति की कुचलकर जान ले ली. इससे इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है. दरअसल, बंधियांचुआं में दल से बिछड़े हाथी की तबियत खराब होने की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे. हाथी को दस्त हो रहा था, जिसे दवाई देने के लिए बीती रात डॉक्टर और वन विभाग के कर्मचारियों सहित सुरक्षा श्रमिक भीम (Bheem) हाथी को दवाई देने जंगल पहुंचे थे. इसी दौरान उनका सामना हाथी से हो गया. 

भाग निकले डॉक्टर और वनकर्मी

सामने हाथी को देखकर डॉक्टर और वन विभाग के कर्मचारी मौके से भाग खड़े हुए और अपनी जान बचाई. लेकिन, सुरक्षा श्रमिक हाथी से खुद को नहीं बचा सका. हाथी ने उसे अपनी चपेट में ले लिया और सूंड से पटककर घायल कर दिया. इसके बाद सुरक्षा श्रमिक भीम को वन विभाग के कर्मचारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बता दें कि इसी हाथी ने 19 जनवरी को ससुराल जाने के लिए निकले के एक युवक को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया था. युवक की लाश 22 जनवरी को शहर से लगे गाड़ाघाट स्थित बांसबाड़ी में क्षत-विक्षत हालत में मिली थी. 

हाथी पर ड्रोन से नजर रख रहा था वन विभाग

गौरतलब है कि सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वनपरिक्षेत्र में घूम रहे 10 हाथियों के दल से बिछड़कर यह हाथी अम्बिकापुर शहर में घुस आया था. उसने पुरातत्व विभाग के कार्यालय के पास एक ?घर को नुकसान पहुंचाया. फॉरेस्ट कॉलोनी में घुसकर सीसीएफ के सरकारी बंगले की बाउंड्रीवाल भी तोड़ दी थी. वहां से निकलने के बाद हाथी तकिया व गाड़ाघाट की ओर चला गया था. 20 जनवरी की रात वन विभाग ने हाथी मित्र दल की सहायता से पटाखे फोड़कर और मशाल जलाकर उसे शहर से दूर खदेड़ा था. हाथी पर वन विभाग ड्रोन से नजर रख रहा था, ताकि वह रिहायशी बस्ती में घुसकर कुछ नुकसान नहीं पहुंचा सके.  

दहशत में जी रहे हैं अम्बिकापुर और आसपास के लोग

बता दें कि पिछले सप्ताहभर से सरगुजा के जिला मुख्यालय अम्बिकापुर सहित आसपास के गांवों के लोग इस इकलौते हाथी की वजह से दहशत में हैं. हाथी ने अब तक दो लोगों की जान ले ली है. वहीं रात के वक्त हाथी पर निगरानी रखने में वन विभाग को भी दिक्कत हो रही है. ऐसे में हाथी कब और किस गांव में घुस जाए, इसका पता नहीं रहता. हालांकि, वन विभाग की टीम अपने स्तर पर हाथी से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए प्रयास कर रही है. हाथी को शहर से दूर जंगल की ओर खदेड़ने की रणनीति पर काम भी चल रहा है.

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