Surajpur News: सूरजपुर (Surajpur) जिले के रामानुजनगर विकासखंड क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षा विभाग (Education) के उच्चाधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग न किए जाने के कारण शिक्षक मनमानी पर उतर आए हैं. वे आए दिन शराब (Liquor) के नशे में धुत्त होकर शिक्षा के मंदिरों में पहुंच रहे हैं. जिससे न केवल शिक्षा का स्तर नीचे गिर रहा है बल्कि बच्चों पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. ऐसे ही एक स्कूल में मंगलवार को प्रधान पाठक शराब के नशे में धुत्त होकर पहुंचे और लड़खड़ाने के साथ गिर गए. अगर बच्चों ने समय पर उन्हें नहीं संभाला होता तो वे चोटिल हो जाते.


यह मामला प्राथमिक शाला त्रिपुरेश्वरपुर के हरिजनपारा का है. जहां पदस्थ प्रधान पाठक दूधनाथ खांडे मंगलवार को शराब के नशे में झूमते नजर आए. शिक्षक ने इतना शराब पी लिया था कि ठीक से चला भी नहीं जा रहा था. वहीं स्कूल में भी ताला लटका हुआ था और बच्चे इधर-उधर घूमते नजर आए. बताया जा रहा है कि वहां पदस्थ अन्य शिक्षक ट्रेनिंग में गए हुए थे और रसोइए के द्वारा बच्चों को मध्याह्न भोजन देने के बाद दोपहर में छुट्टी कर दी गई. 


पहले भी हुए ऐसे मामले, अधिकारियों ने किया नजरअंदाज
इस तरह के मामले में पहले भी कई बार सामने आ चुके हैं, लेकिन इस दिशा में शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा लीपापोती कर दी गई. ऐसे में इन शिक्षकों के हौंसले बुलंद हैं. जिसके कारण ऐसी वारदातें सामने आ रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन को इस ओर पहल करते हुए ऐसे शिक्षकों के ऊपर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी राम ललीत पटेल ने कहा कि मामले की जानकारी उन्हें नहीं है, अगर ऐसे मामला कहीं हुआ है तो जांच कराई जाएगी. दोषी पाए जाने पर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


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