Chhattisgarh Trauma Center: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में आए दिन नक्सल घटनाओं और IED की चपेट में आकर घायल हो रहे जवानों के बेहतर इलाज के लिए सीआरपीएफ जल्द ही बस्तर में ट्रामा सेंटर की स्थापना करने जा रहा है और इसके लिए बनाए गए प्रस्ताव पर भी केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है. आने वाले कुछ महीनों में ट्रामा सेंटर के लिए भवन बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. बकायदा इसके लिए सीआरपीएफ के अधिकारियों ने जमीन भी देख ली है.


सीआरपीएफ के अधिकारियों का कहना है नक्सली मुठभेड़ और नक्सलियों के IED ब्लास्ट में कई बार गंभीर रूप से घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए  एयरलिफ्ट कर राजधानी रायपुर ले जाने के दौरान समय पर नहीं पहुंच पाने के चलते जवानों की मौत हो जाती है.


पिछले कुछ सालों में नक्सल मोर्चे पर तैनात कई जवानों को आईईडी की चपेट में आकर तुंरत इलाज नहीं मिल पाने के चलते उनकी जान चले गई है, जिसे ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार से बस्तर में ट्रामा सेंटर खोलने के लिए मांग की गई थी और आखिरकार CRPFके इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है और आने वाले कुछ महीनों में दो चरण में ट्रामा सेंटर बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. पहले चरण में ट्रामा सेंटर के लिए भवन निर्माण  करने के साथ जरूरी संसाधन जुटाने के बाद  ट्रामा सेंटर के संचालन के लिए CRPF द्वारा  एक्सपर्ट डॉक्टरों के साथ टेक्नेशियज, नर्स और जरूरी स्टाफ की भी भर्ती की जाएगी.


ट्रामा सेंटर के अभाव में कई घायल जवानों की हुई शहादत


दरअसल हाल ही में बस्तर दौरे पर आए सीआरपीएफ के डीजी एस. एल थाओसेन ने बताया कि बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में तैनात CRPF के  जवान बम ब्लास्ट के चपेट में आकर घायल होते हैं. घायल जवानों की बढ़ती संख्या को  देखते हुए बस्तर में ट्रामा सेंटर की स्थापना की जाएगी,जहां आईईडी ब्लास्ट में घायल जवानों का तत्काल उपचार किया जा सकेगा, लंबे समय से बस्तर में इसकी जरूरी यूनिट की कमी महसूस की जा रही थी.


इधर राज्य सरकार ने भी जगदलपुर शहर के सरकारी अस्पताल में इसकी सौगात जरूर देने की घोषणा की है, लेकिन घोषणा के 3 साल बीतने को है और अब तक डिमरापाल के सरकारी अस्पताल में ट्रामा सेंटर  तैयार नही हो पाया है, और  ट्रामा सेंटर वार्ड में इलाज शुरू नहीं हो सका है.


ऐसे में केंद्र सरकार से सीआरपीएफ ने भी बस्तर में ट्रामा सेंटर के स्थापना की मांग की थी, जिसे मंजूरी मिल गई है साथ ही सीआरपीएफ ने ट्रामा सेंटर बनाने के लिए जमीन भी देख लिया है और अब केंद्र सरकार के द्वारा फंड जारी होने के बाद ट्रामा सेंटर भवन निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा और भवन बनने के बाद ट्रामा सेंटर के जरूरी उपकरण के साथ, सीआरपीएफ के द्वारा ट्रामा सेंटर में एक्सपर्ट डॉक्टर और टेक्नीशियन और नर्स के अलावा अन्य स्टाफ की भर्ती भी की जाएगी, CRPF डीजी ने कहा कि ट्रामा सेंटर खुलने से घायल जवानों  को तुरंत ईलाज की सुविधा मिल सकेगी.


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