Narayanpur News Today: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर पुलिस मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण पर जानलेवा हमला किया. नक्सलियों के इस हमले में युवक घायल हो गया है. उसे गंभीर हालत में नारायणपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. 


यह घटना मंगलवार (7 मई) देर रात की है. जब नक्सलियों ने जिले के छोटे डोंगर इलाके के कलेपाड़ गांव में ग्रामीण के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया. इस हमले में ग्रामीण बुरी तरह से घायल हो गया. नक्सली पीड़ित ग्रामीण को मृत समझकर वहां से भाग निकले. बुधवार (8 मई) की सुबह ग्रामीण नब्ज चलते देख उसे छोटे डोंगर थाना के जवानों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. 


जिसके बाद घायल ग्रामीण को बेहतर इलाज के लिए नारायणपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. नक्सलियों ने इस वारदात को अंजाम देने के बाद मौके पर पर्चा भी फेंका और ग्रामीण पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाया है.


'सांसें चलती देख जवानों ने पहुंचाया अस्पताल'
नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि जिले में नक्सलियों पर बढ़ते दबाव के चलते वह पूरी तरह से बौखलाए हुए हैं और निर्दोष ग्रामीणों की पुलिस मुखबारी के शक में हत्या कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अपने आप को ग्रामीणों का हितैषी बताने वाले नक्सली खुद निर्दोष ग्रामीणों पर झूठे आरोप लगाकर हत्या कर रहे हैं. 


सोमवार की देर रात भी छोटे डोंगर थाना क्षेत्र के कलेपाड़ गांव में रहने वाले ग्रामीण युवक को नक्सलियों ने घर से अगवा कर. इसके बाद उसके सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर हत्या करने की कोशिश की. नक्सली ग्रामीण को मृत समझकर अधमरे हालत में छोड़कर चले गए, लेकिन बुधवार की सुबह जानकारी मिलने के बाद इस इलाके में जवान पहुंच गए. 


'नक्सली झूठे आरोप लगाकर ग्रामीणों की कर रहे हत्या'
जवानों की टीम ने गंभीर रूप से घायल ग्रामीण की सांसें चलती देख उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया. एसपी का कहना है कि पीड़ित ग्रामीण का इलाज जारी है और उसे बेहतर इलाज देने की पुलिस प्रशासन की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि नक्सलियों के इस कायराना करतूत की वजह से निर्दोष ग्रामीणों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. भोले भाले आदिवासी ग्रामीणों पर नक्सली झूठे आरोप लगाकर मौत के घाट उतार रहे हैं.


4 महीनों में 10 ग्रामीणों की हत्या
नारायणपुर एसपी ने कहा कि घटना के बाद अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और इस इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है. नक्सलियों ने बीते 4 महीने में ही पुलिस मुखबिरी के शक में 10 से ज्यादा ग्रामीणों की हत्या कर दी है. हर बार पुलिस नक्सलियों के हाथों मारे गए ग्रामीणों से पुलिस का कोई संबंध होने से इंकार करती रही है. लेकिन आए दिन इस तरह की घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है.


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