छत्तीसगढ़ में निजी स्कूलों का दिवाली के बाद आफलाइन संचालन पर एक बार फिर ग्रहण लग गया है. निजी स्कूल संगठन ने रोड टैक्स माफ नहीं होने से नाराजगी जाहिर की है. सोमवार से प्रदेश के सभी निजी स्कूलों में बसों के पहिए थम गए हैं. इससे अब लाखों बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. दरअसल, छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने परिवहन मंत्री से की मांग स्कूल बसों के रोड टैक्स छूट करने और फिटनेस जांच के लिए 30 नवंबर तक समय और बढ़ाया जाए जाने की मांग की है.


निजी स्कूलों के बसों का संचालन बंद


स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के इन मांगों को लेकर आज से निजी स्कूलों में बसों का संचालन बंद कर दिया है. लगभग सभी निजी स्कूलों में 50 फीसदी बच्चे स्कूल बसों से ही स्कूल जाते है. इस में अब 7 हजार स्कूलों के लाखों बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी. छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया कि 5 सूत्रीय मांगों को लेकर इससे पहले भी निजी स्कूल संगठन ने रायपुर के बूढ़ा तालाब में बड़ा आंदोलन किया था. जिसके बाद सरकार ने आरटीई का पैसा जारी किया लेकिन रोड टैक्स माफी अब तक नहीं हुई है.


17 महीने से थी स्कूल बस बंद


 पिछले 17 महीने से स्कूल बस बंद खड़ी है. इसके बावजूद रोड टैक्स लिया जा रहा है. परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर से कई दौर की चर्चा हो गई है. लेकिन अब तक शासन की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया गया है. अब जब तक लिखित निर्देश नहीं आ जाते निजी स्कूलों के बसों का संचालन नहीं होगा. वहीं बच्चों की पढ़ाई पर उन्होंने कहा की बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी. 


यह भी पढ़ें:


Bihar News: सुकमा में जिस CRPF जवान ने अपने साथियों पर गोली दागी उसके गांव में क्यों पसरा है सन्नाटा? पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट


Chhattisgarh Firing: डिमरापाल अस्पताल लाया गया 4 जवानों का शव, पोस्टमार्टम के बाद पैतृक गांव भेजा जाएगा पार्थिव शरीर