Bastar News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) में पर्यटन (Tourism) को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए पक्षी विहार में, देखरेख में कमी और लापरवाही के कारण कई पक्षियों की मौत होने लगी है. इस पक्षी विहार में अब तक 15 से 20 पक्षियों की मौत हो चुकी है. दरअसल बस्तर में बर्ड पार्क बनाने के लिए वन विभाग ने लामिनी पार्क को चुना था. विभाग ने इसके लिए करीब साढ़े 3 करोड़ रुपए खर्च कर एवेरी भी बना लिया.


पक्षी विहार के बनने के बाद विभाग ने दावा किया इस के अंदर देश के अलग-अलग राज्यों से करीब 100 प्रजातियों के 200 से अधिक पक्षियों को रखा गया. हालात ये हैं कि पक्षी विहार में पक्षियों के रहने वाली अधिकतर जगहें खाली हैं, इससे पता चलता है कि यहां लाए गए अधिकतर पक्षी अब जीवित नहीं हैं. बताया जा रहा है कि यहां रखे गए अधिकतर पक्षी ठंडे वातावरण में रहने के अनुकूल थे, पक्षी विहार में लाने के बाद उनके अनुकूल वातावरण बनाने में अनदेखी की गई. साथ ही उनकी नियमित रुप से निगरानी भी नहीं गई. 


विभाग के लापरवाही के कारण कई पक्षियों की मौत हो गई. इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारी अपनी गलती मानने की बजाय लगातार बहाने बना रहे हैं, वहीं कुछ अधिकारी पक्षी विहार का खुले होने का बहाना बना रहे हैं और तर्क दे रहे हैं अधिकतर पक्षी उड़ जा रहे हैं.  


सीएम बघेल ने बर्ड पार्क की तारीफों के बांधे थे पुलिंदे


जगदलपुर शहर के लामिनी पार्क में करीब 5 महीने पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी एवियरी बर्ड पार्क का उद्घाटन किया था. इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस एविएरी में अलग- अलग प्रजाति के रखे पक्षियों को देख कर विभाग की इस पहल की जमकर तारीफ की थी. विभाग ने भी बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बर्ड पार्क में एंट्री के लिए, प्रति पर्यटक 20 रुपये शुल्क निर्धारित किया. बर्ड पार्क के उद्घाटन हुए अभी 6 महीने भी पूरे नहीं हुए हैं, जहां अव्यवस्था के चलते पिंजरे पक्षियों के अभाव में खाली पड़े हैं. बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी के दिनों में पक्षियों की सही तरीके से देखरेख नहीं की गई जिस वजह से अलग- अलग प्रजाति के पक्षियों की मौत हो गई है. 


पार्क में अभी भी कई पक्षियों के बीमार होने की जानकारी मिली है. एक- एक कर यहां लाए गए पक्षियों की मौत हो रही है, लेकिन खास बात यह है कि विभाग इस मामले पर गंभीर नहीं है. बर्ड पार्क के कर्मचारी ने बताया कि यहां रखे गए पक्षी ठंडे वातावरण में रहने वाली पक्षी हैं, यहां उनके उपचार के साथ वातावरण के अनुकूल तक को ध्यान में नहीं रखा गया है. हालांकि पक्षियों के बीमार पड़ने से जरूर विभाग के उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी जाती है, लेकिन पूरे बस्तर संभाग में पक्षी विशेषज्ञ नहीं होने की वजह से राजधानी रायपुर में रहने वाले पक्षी विशेषज्ञों पर ही निर्भर रहना पड़ता है. बीमार पड़ने की वजह से भी कई पक्षियों की मौत हो गई है.


अव्यवस्था के कारण पिंजरे हैं खाली- सुनील पांडे


एवीएरी घूमने आए पर्यटकों का भी कहना है कि उनका विदेशी पक्षियों को देखने का सपना अधूरा रह जाएगा, क्योंकि अब एवियरी के पिंजरे पक्षियों के अभाव में खाली पड़े हैं. ज्यादातर पिंजरे खाली पड़े रहने की वजह से पता चल रहा है कि यहां लाये गए पक्षी अब जीवित नहीं हैं. बस्तर को करीब से जानने वाले सुनील पांडे का कहना है कि करोड़ों रुपए खर्च कर बस्तर में एवियरी का निर्माण कराया गया, एवियरी के अंदर अव्यवस्था होने के कारण अब यहां पक्षी भी मौजूद नहीं है और ज्यादातर पिंजरे खाली पड़ी है.


सुनील पांडे ने बताया कि वर्तमान में यहां पर गिनती के पक्षी मौजूद है, ज्यादातर पक्षियों की मौत हो गई है. पक्षियों के मौत की वजह यह भी मानी जा रही है कि बदले वातावरण में डॉक्टरों के जरिए जिस तरह से निगरानी की जानी चाहिए थी वह निगरानी और उपचार की व्यवस्था नहीं की गई है. इसके अलावा  डॉक्टरों के जरिए जिस तरह से निगरानी की जानी चाहिए थी वह निगरानी और उपचार की व्यवस्था भी नहीं की गई है. उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि जिसकी वजह से पक्षियों की धीरे-धीरे मौत हो रही है, करोड़ों रुपए की लागत से बनाई गई एवीयरी लोगों के लिए मनोरंजन और ज्ञानवर्धक होने से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. 


बर्ड पार्क संचालक ने पंक्षियों को लेकर ये कहा


लामिनी पार्क के संचालक और रेंजर देवेंद्र वर्मा का कहना है कि यहां देश और विदेश से अलग- अलग प्रजाति के पक्षी लाए गए हैं, उनमें से कई पक्षियों के साइज काफी छोटी हैं जो पिंजरे से बाहर निकल जा रहे हैं और कई पक्षी अभी हाल में उड़ गए हैं. इस वजह से एवियरी में पक्षियों की संख्या कम दिखाई दे रही है, वही पक्षियों की मौत होने के सवाल पर जगदलपुर रेंजर और वन विभाग के अधिकारी चुप्पी साधें और कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.


ये भी पढ़ें: Chhattisgarh: कवासी लखमा पर फूटा BJP कार्यकर्ताओं का गुस्सा! अपशब्द से नाराज भाजयुमो ने मंत्री का फूंका पुतला