Surguja News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के अम्बिकापुर (Ambikapur) के मां महामाया एयरपोर्ट में 72 सीटर विमान के परिचालन के लिए डीजीसीए (DGCA) की टीम गुपचुप तरीके से अचानक पहुंची और फाइनल निरीक्षण कर वापस लौट गई. इसके पहले मई महीने में डीजीसीए द्वारा निरीक्षण किया गया था. उस दौरान रनवे, ड्रेनेज, बॉउंड्रीवाल, टर्मिनल भवन, सीएनएस एटीसी स्टोर, विद्युतीकरण, वाच टावर सहित अन्य निर्माण और उन्नयन कार्यों का निरीक्षण करते हुए कमियों को दूर करने कहा गया था. टीम ने रनवे की गुणवत्ता के लेकर संतोष जाहिर किया था.
टीम के वापस लौटने के बाद कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग के द्वारा युद्ध स्तर पर कमियों को दूर करने प्रयास किया जा रहा था. करीब ढाई महीने में कमियों को दूर करने के बाद निरीक्षण के लिए डीजीसीए की टीम को अमंत्रित किया गया था. जिसके तहत डीजीसीए की टीम अगस्त महीने के अंतिम सप्ताह में ही अचानक दरिमा एयरपोर्ट पहुंची और तीन दिवसीय निरीक्षण किया गया. बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट की कमियों को काफी कम समय में दूर किए जाने पर प्रशासन की सराहना भी की गई.
लाइसेंस पर लिया जा सकता है फैसलाबताया जा रहा है कि डीजीसीए के द्वारा संभवतः 15 से 20 दिनों के भीतर 72 सीटर विमान के परिचालन और लाइसेंस के लिए अंतिम निर्णय लिया जा सकता है. डीजीसीए की टीम 22 सीटर प्लेन से पहुंची थी. टीम में डीजीसीए के डायरेक्टर पंकज जायसवाल के साथ 7 सदस्यीय टीम शामिल थी.
आपात स्थिति के लिए आइसोलेशन-वे भी तैयारदरिमा एयरपोर्ट के उन्नयन कार्य के तहत करीब 48 करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न विकास कार्य हुए. जिसके तहत किसी भी आपात स्थिति के लिए आइसोलेशन वे भी बनाया गया है. इसके आलावा अत्याधुनिक टॉवर बनाया गया है जो तकनीकी रूप से काफी गणवत्तापूर्ण हैं जिससे एयरक्राफ्ट के लैंडिंग, टेकऑफ और पार्किंग में भी मदद मिलेगी. फायर स्टोर, ट्रेनिंग सेंटर, मौसम विभाग, ग्राउंड स्टाफ, पैनल रूप, सीसीआर रूम सहित अन्य निर्माण भी हुए आधुनिक संसाधनों से लैस मौसम विभाग केंद्र बनाए जाने से पायलेट तक मौसम की ताजा जानकारी पहुंचाई जा सकेगी.
ये भी पढ़ें- Chhattisgarh Election 2023: कांग्रेस विधायक चिंतामणि की इतनी बढ़ गई चिंता, वीडियो जारी कर खुद मांग रहे टिकट