कांग्रेस के 85वें अधिवेशन के विज्ञापन में पार्टी के कई ऐतिहासिक मुस्लिम नेताओं की तस्वीरें नहीं थीं. पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं ने जब आपत्ति जताई, तब पार्टी सांसद मनीष तिवारी ने मामले को गंभीरता से लिया. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "आईएनसी इंडिया के पास मुस्लिम नेताओं का एक समूह है, जिन्होंने विशेष रूप से अपने समुदाय के भीतर विभाजनकारी प्रवृत्तियों के खिलाफ संघर्ष किया, जिसके कारण पाकिस्तान का निर्माण हुआ और खुद को भारत के समावेशी विचार के लिए समर्पित कर दिया. कोई इतिहास से उनके योगदान को हवा देना चाहता है."


मौलाना अबुल कलाम आजाद, डॉ. मुख्तार अहमद अंसारी और रफी अहमद किदवई कांग्रेस के शीर्ष स्वतंत्रता सेनानी थे, लेकिन उनकी तस्वीरें गायब थीं. पार्टी ने चूक के लिए माफी मांगी है. पार्टी के संचार प्रभारी और कांग्रेस महासचिव, जयराम रमेश ने एक ट्वीट किया, "आज आईएनसी द्वारा जारी एक विज्ञापन में मौलाना आजाद की तस्वीर नहीं थी. यह एक अक्षम्य चूक थी. इसके लिए जिम्मेदारी तय की जा रही है और कार्रवाई की जाएगी. इस बीच यह हमारी ओर से सबसे ईमानदार माफी है. वह हमारे और भारत के लिए हमेशा प्रतिष्ठित और प्रेरक बने रहेंगे." हालांकि कांग्रेस ने मंच से तस्वीरें ट्वीट कीं, जिनमें मौलाना आजाद की तस्वीरों को प्रमुखता से लगाया गया था.


बता दें कि कांग्रेस के महा अधिवेशन में राहुल गांधी ने एक बार फिर अडानी ग्रुप पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने अंग्रेजों की ईस्ट इंडिया कंपनी की तुलना अडानी ग्रुप से की है. उन्होंने कहा कि जिस तरह देश की संपत्ति को ईस्ट इंडिया कंपनी ने उठा लिया, आज इतिहास रिपीट हो रहा है. देश के खिलाफ काम होता है तो कांग्रेस लड़ती है और आज भी लड़ेगी. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की तरह आगे भी हमारी तपस्या जारी रहेगी.


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