Chhattisagarh Polititcs: कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Elections) में कांग्रेस का घोषणापत्र देशभर में नए विवाद को जन्म दे रहा है. कांग्रेस (Congress) ने सरकार बनने पर कर्नाटक में बजरंग दल (Bajrang Dal) को बैन करने की बात कही है. अब, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने इसे सही बताते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो छत्तीसगढ़ में भी बैन पर वह विचार करेंगे.

 

दरअसल, बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर में पत्रकारों के सवालों पर जवाब देते हुए कहा कि यहां के बजरंग दल ने गड़बड़ की तो हमने ठीक कर दिया. जरूरत पड़ेगी तो यहां भी बैन पर सोचेंगे. कर्नाटक की समस्या के हिसाब से उस प्रदेश के जनप्रतिनिधियों ने, पार्टी के पदाधिकारियों ने सोचा है. वहां करेंगे मतलब यहां करेंगे नहीं है. आगे उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, 'अगर मोदी जी और अमित शाह कर्नाटक में हर घर में आधा लीटर दूध भिजवाने की बात कहेंगे तो  मध्य प्रदेश और गुजरात में दे रहे हैं क्या? कर्नाटक की बात है कर्नाटक में बोल रहे हैं.'

 

कर्नाटक में बजरंग दल को बैन करने का घोषणा पर में वादा

कांग्रेस ने मंगलवार को कर्नाटक में अपना चुनावी घोषणापत्र जारी किया था. इस घोषणा पत्र में कांग्रेस ने कहा था कि सत्ता पर काबिज होने का अवसर मिला तो वह बजरंग दल और पीएफआई जैसी संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा देगी. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि हमारी पार्टी जाति या धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र है. वहीं, कांग्रेस द्वारा बजरंग दल की तुलना पीएफआई से किए जाने पर बीजेपी के नेता बिफरे हुए हैं. बीजेपी के नेताओं ने भी कांग्रेस पर पलटवार करने शुरू कर दिए हैं.