Surajpur Weather: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर जिला (Surajpur) मुख्यालय सहित के बिश्रामपुर, ओड़गी, भैयाथान, रामानुजनगर, प्रेमनगर, प्रतापपुर, भटगांव के अलावा जिले के पहाड़ी- वनांचल क्षेत्र में आज दोपहर बाद आसमान में काले घने बादल और तेज चमक गरज के साथ लगभग एक घंटे तक तेज बारिश हुई. इसके साथ ही लगभग 4-5 मिली बारिश दर्ज की गई है. हालांकि मौसम विभाग (Weather Department) ने अभी भी जिले में मानसून के पहुंचने की पुष्टि नहीं की है. यह मानसून के पूर्व की बारिश है जो स्थानीय प्रभाव के कारण हो रही है. 





बारिश के बाद मौसम हुआ सुहाना
मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून के दस्तक देने की पुष्टि हो चुकी है और अगले दो दिनों में छत्तीसगढ़ में पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. इधर स्थानीय प्रभाव और प्री-मानसून की तेज बारिश से हवा में नमी आई है और लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है. बारिश के कारण सड़क, आंगन और गड्ढों में पानी भर गया है. गर्मी में लगातार बढ़ रहे तापमान से भीषण गर्मी का सामना कर रहे जिलेवासी बारिश से झूम उठे और उमस भरी गर्मी से राहत मिलने से माहौल भी खुशनुमा हो गया.


गौरतलब है कि सूरजपुर जिले में पिछले दो दिनों से दोपहर बाद मौसम करवट बदल रही है और लगभग चार-पांच बजे के बीच आसमान में काले घने बादल छाने सहित तेज चमक और गरज के साथ ही हल्की बारिश हो रही थी. जिससे लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली, लेकिन उमस भरी गर्मी का सामना लोगो को करना पड़ रहा है. लगातार हो रहे मौसम के बदलाव और बारिश से लोगों को मानसून की दस्तक का एहसास होने लगा है.


थोड़ी सी बारिश से विद्युत व्यवस्था चरमराई


प्रदेश के जिला मुख्यालय सूरजपुर में हुई बारिश और तेज बिजली कड़कने से विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है. वैसे ही पिछले माह से ही पूरे जिले में विद्युत आपूर्ति अनियमित हो गई है. विद्युत अमले की कार्यप्रणाली को लेकर शहर और गांव तक सोशल मीडिया में खूब पोस्ट भी वायरल हो रही है. स्थानीय विद्युत अमले के अधिकारी-कर्मचारी का आलम यह है कि शहर में दो-दो, चार-चार घंटे बिजली गुल हो रही है और ये कुछ भी संतुष्टि पूर्ण जवाब दे पाने में असमर्थ हैं. मौसम के थोड़े से ही मिजाज बदलने से पूरे शहर की विद्युत आपूर्ति चरमरा रही है.


किसानों में है खुशी का माहौल


जिले का कोयलांचल इलाका विश्रामपुर में लगभग 30 मिनट तक हुए बारिश से सड़कों पर पानी भर गया. वहीं बारिश से मौसम में नमी आने से गर्मी से भी लोगों को राहत मिली. बारिश होने के बाद किसान खेती के कार्य में जुटने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं किसानों ने कहा कि 15 जून तक मानसून आने की उम्मीद थी, लेकिन इस बार मानसून निर्धारित समय से विलंब से है, फिर भी देर से आ रहे मानसून और इसी तरह बारिश होती रही तो वे खेती-किसानी की तैयारियों को लेकर खेतों में उतरेंगे.


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