Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में पीएससी (PSC) रिजल्ट पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी (BJP) लगातार रिजल्ट में गड़बड़ी और सीटों की खरीदी-बिक्री का आरोप लगा रही है. बीजेपी नेता गौरीशंकर श्रीवास ने तो यह तक दावा कर दिया है कि, एक एक सीट के लिए 75 लाख रुपए की बोली लगाई गई. इसको लेकर बीजेपी आज रायपुर (Raipur) में लोक सेवा आयोग के दफ्तर का घेराव करने जा रही है. इसके लिए बीजेपी बड़े स्तर पर तैयारी कर रही है.


दरअसल, 2021 पीएससी का रिजल्ट इसी महीने 11 मई को जारी किया गया है. इसमें प्रशासनिक अधिकारियों, राजनेताओं और कारोबारियों के बच्चों का सलेक्शन हुआ है. इसको लेकर बीजेपी ने दावा किया है कि, सीजी पीएससी के अध्यक्ष ने रिजल्ट में गड़बड़ी कर अपने रिश्तेदारों का चयन किया गया है. इसी आरोप के साथ आज बीजेपी कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए लोक सेवा आयोग का घेराव करने जा रही है. बीजेपी के प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस के संरक्षण में घोटाला हुआ है.


बीजेपी का दावा पीएससी रिजल्ट में बड़ी गड़बड़ी
इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि, पीएससी की घोषित चयन सूची को लेकर प्रदेश के युवा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. पीएससी की चयन सूची को देखकर यह साफ हो गया है कि यह छत्तीसगढ़ की युवा प्रतिभाओं के साथ सीधी-सीधी धोखाधड़ी है, छल है, अन्याय है. प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ की युवा शक्ति के साथ जो छल किया है, वह बेहद शर्मनाक और चिंताजनक है.


राजनेता और ब्यूरोक्रेट्स का बच्चा होना अपराध नहीं- सीएम
दूसरी तरफ इस मामले में कांग्रेस बीजेपी के सारे आरोपों को खारिज कर रही है. इसके साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहा कि, हम बीजेपी के आरोपों पर जांच करने के लिए तैयार है, लेकिन बीजेपी के नेता सबूत दें. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को बीजेपी के आरोपों पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि चयनित बच्चे राजनीतिक परिवार या ब्यूरोक्रेट के हैं तो ये कोई अपराध नहीं है. परिवार से संबंधित होना क्या अयोग्यता का परिचायक है? यदि बीजेपी के पास कोई तथ्य है तो सामने लाए, जांच कराई जाएंगी. चयन में कोई गड़बड़ी होगी तो जरूर उसकी जांच कराएंगे, लेकिन ऐसा करके प्रदेश का माहौल खराब नहीं करना चाहिए.



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