Bijapur News: मूसलाधार बारिश की वजह से छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर (Bijapur) जिले में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. नदी और नाले उफान पर होने की वजह से कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. पिछले कई दिनों से लगातार रेस्क्यू टीम द्वारा बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है. उधर, शनिवार आधी रात को भी एक गर्भवती महिला को बचाने रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) चलाया गया और नगर सेना की टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम उफनती इंद्रावती नदी (Indravati River) को पार कर गर्भवती महिला के घर पहुंची और यहां महिला को प्रसव पीड़ा होने से सुरक्षित डिलीवरी कराया गया.


जच्चा-बच्चा को उफनते नदी को पारकर नेलसनार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान  बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी भी मौजूद रहे. बताया जा रहा है कि सही समय पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने की वजह से गर्भवती महिला की जान बच गई.


स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिलते ही भेजी गई टीम
बीजापुर जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि भैरमगढ़ ब्लॉक में इंद्रावती नदी के दूसरी तरफ के गांव से स्वास्थ्य विभाग की टीम को जानकारी मिली कि एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा हो रही है और उसकी हालत काफी नाजुक बनी हुई है. महिला की प्रेगनेंसी का आठवां महीना चल रहा था और उसे बहुत तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी. इसके बाद भैरमगढ़ के स्वास्थ्य केंद्र की टीम ने इसकी जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद तुरंत नगर सेना की टीम ने आधी रात को उफनती इंद्रावती नदी को पार करने की ठानी और स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ एक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.


इस तरह उफनते नदी को टीम ने किया पार
आधी रात को उफनते नदी को पार कर टीम महिला के घर पहुंची और घर में ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई. महिला और बच्चे को तुरंत इलाज की जरूरत थी, इसलिए स्वास्थ विभाग की टीम महिला और बच्चे को लेकर नेलसनार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची और यहां भर्ती कराया.


बारिश के कारण गांव बन गया टापू
बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने बताया कि जिले में भारी बारिश की वजह से इंद्रावती नदी के उस पार कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. ऐसे में लगातार प्रशासन के द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि जो भी ग्रामीण बाढ़ में फंसे हुए हैं उन्हें सुरक्षित रेस्क्यू कर राहत शिविरों में लाया जाए. पिछले दिनों से बारिश कम है. इस वजह से ग्रामीणों को नगर सेना और  एसडीआरएफ की टीम की मदद से सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा रहा है.