Chhattisgarh News:  छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में डॉमिनोज कंपनी के नाम पर बड़ा फ्रॉड करने की जानकारी सामने आई है.  राजधानी रायपुर (Raipur) में 2 महीने पहले 9 अक्टूबर को संतोषी नगर में रहने वाली सुदिप्ता धारा को एक कॉल आया. इसमें अभिषेक मंडल नाम के व्यक्ति ने कहा कि वह डॉमिनोज से बात कर रहा है. कॉलर ने बताया कि वह नोएडा (Noida) से बात कर रहा है. उसने सुदिप्ता से पूछा कि क्या उन्होंने फ्रेंचाइजी के लिए अप्लाई किया है. सुदिप्ता ने 'हां' में जवाब दिया और इसके बाद फ्रॉड का खेल शुरू हो गया. बताया जा रहा है कि बिहार (Bihar) के 12वीं पास लड़कों ने अलग-अलग किस्तों में उससे  में 25 लाख 77 हजार 500 रुपए सुदिप्ता से ठग लिया. इसके बाद सुदिप्ता ने रायपुर के टिकरापारा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई.


एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. जिस मोबाइल नंबर से कॉल आया था उसे ट्रेस करने के लिए टीम लग गई. इसके साथ जिन बैंक अकाउंट में पैसे जमा हुए थे. उसकी भी डिटेल खंगाली गई. इसी दौरान पुलिस टीम ने आरोपियों का लोकेशन ट्रेस कर लिया. दो लोग बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले थे. दोनों को गिरफ्तार करने के लिए 6 सदस्यों की टीम बिहार पहुंच गई. वहां कैंप लगाकर टीम ने आरोपियों की ठिकाना ढूंढा और जब पता चल गया कि धोखाधड़ी करने वाले बिहार शरीफ स्थित एक मकान में ठहरे हुए तो पुलिस ने रेड मारकर दोनों को गिरफ्तार किया गया.


12 वीं पास सिकंदर है इस फ्रॉड कंपनी का मास्टर माइंड 
लोगों को फर्जी वेबसाइट में फ्रेंचाइजी देने के नाम ठगी करने वाले मास्टर माइंड सिकंदर कुमार है. इसकी उम्र 28 साल है और इसके साथी सूरज कुमार महज 23 साल का है. सिकंदर ने पैसे कमाने का शॉर्ट कट प्लान बनाया था. लेकिन खास बात ये है कि इतने बड़े फ्रॉड को अंजाम देना वाला मास्टर माइंड केवल 12 वीं पास है. हालांकि उसने वेब डिजाइनिंग का कोर्स किया है. इसी बदौलत सिकंदर ने फर्जी वेब पेज बनाकर लोगों को ठगने का प्लान बनाया. सबसे पहले इनकी टीम किसी बड़ी नेशनल/इंटरनेशनल कंपनी का फर्जी वेब-साईट/वेब पेज बनाते है. गूगल के ऐड (विज्ञापन) प्लेटफार्म का उपयोग कर ऑनलाईन अपने शिकार तक पहुंच बनाता है.


फर्जी वेबसाइट पर लॉगिन करते ही आपकी पूरी जानकारी फ्रॉड के पास
आरोपी सिकंदर कुमार ने पुलिस के पूछताछ में बताया कि गूगल ऑनलाईन प्लेटफार्म में बहुत अधिक ऐसे फर्जी वेबसाइट हैं  जो देखने पर असली लगते हैं लेकिन वह वेरीफाईड नहीं होते हैं जिसमें लॉगिन करते ही कस्टमर का पूरी जानकारी आरोपियों के हाथ लग जाता है. इसके बाद फ्रॉड कंपनी किसी को भी इस प्रकार की बड़ी धोखाधड़ी का शिकार बना लेते हैं. ऐसे ही फ्रॉड कंपनी के झांसे में आकर रायपुर की सुदिप्ता ने लाखों रुपए गंवा दिया है. हालांकि पुलिस ने आरोपियों के बैंक अकाउंट से केवल 6 लाख रुपए रिकवर कर पाई है. 


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