Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur News: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की बौरीडांड ग्राम पंचायत में घर-घर कचरा कलेक्शन के नाम पर पंचायत को हाथ ठेला, रिक्शा व अन्य सामग्री सप्लाई की गई थी जो बिना उपयोग के साल भर से पड़े-पड़े कबाड़ हो रहे है. कहीं पंचायत भवन मैदान में, तो कहीं गौठान में पड़े हैं. वहीं बौरीडांड के सरपंच के घर में रखे रिक्शा कबाड़ हो रहे हैं और गांव में अब तक कचरा कलेक्शन का आता पता नहीं है. विभागीय जानकारों के अनुसार ग्राम पंचायत बौरीडांड में इसके लिए लाखों रुपए का भुगतान कर लिया गया है. ग्राम पंचायत बौरीडांड में विभागीय जानकारों के अनुसार सरकारी रुपए का दुरुपयोग का मामला सामने आया है.


ग्राम पंचायत बौरीडांड में कचरा उठाने वाले रिक्शा कबाड़ हो रहे है. शासन के द्वारा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना में ब्लॉक में फिजूलखर्ची की जा रही है. वहीं पंचायत के सरपंच, सचिव का दबी जुबान से कहना है कि ब्लॉक मुख्यालय से अचानक सामान को लाकर छोड़ दिया गया है. इससे अफसरों को कोई सरोकार नहीं है. स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में कचरा कलेक्शन के लिए रिक्शा दिए गए हैं. वही कचरा संग्रहण के लिए शेड निर्माण के लिए पैसा दिए गए हैं जो बौरीडांड ग्राम पंचायत में एक भी निर्माण कार्य नहीं हुआ है, न कंपोस्ट बनाए गए हैं बल्कि बौरीडांड ग्राम पंचायत में कचरा कलेक्शन के लिए रिक्शा उपलब्ध कराया गया है. जो यहां रखें-रखें कबाड़ हो रहे हैं. 


स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना के तहत एमसीबी जिले के ग्राम पंचायत बौरीडांड में अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं. विभागीय जानकारों के अनुसार बौरीडांड ग्राम पंचायत में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना से एमसीबी मद से सामग्री खरीदी के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिली थी, लेकिन सरपंच और सचिव की लापरवाही से गांव में कोई काम नहीं किए गए है. सरपंच का कहना है कि ऊपर से किसी प्रकार की कोई राशि कई वर्षों से स्वीकृत नहीं हो रही हैं जिससे गांव में निर्माण कार्य कही नहीं दिख रहा है. जबकि सरपंच का मकान भव्य तरीके से बन रहा हैं, वहीं सरपंच के घर के पास ही कई गरीब ठंड में भी बेघर झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं.


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