Raipur News: कांग्रेस (Congress) के नए अध्यक्ष और राजस्थान के नए सीएम के चुनाव के बीच राजस्थान में सियासी हलचल तेज हो गई है. सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट के बीच बगवती सुर देखने को मिल रहे हैं. इस कलह का सीधा खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ रहा है. इसी बीच छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव (TS Singh deo) ने अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर करारा हमला होला है. सिंहदेव ने कहा कि जो व्यक्ति अपने विधायकों को नहीं संभाल सकता है, वह अध्यक्ष बनकर कांग्रेस को कैसे संभालेगा. उन्होंने आगे कहा कि गहलोत के समर्थक विधायकों ने कांग्रेस पार्टी की तरफ से बुलाई गई बैठक के समानांतर बैठक की है. इस पर उनका कहना कि मुझे जानकारी नहीं है.
कांग्रेसी विधायकों के आचरण पर टी एस सिंहदेव ने जताई आपत्तिदरअसल राजस्थान में मचे बवाल पर बुधवार को टी एस सिंहदेव ने रायपुर में मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने राजस्थान के घटनाक्रम पर निराशा और दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में एक प्रक्रिया होती है जिसे विधायकों ने तोड़ा है और कुछ लोगों ने कंडिशनल प्रस्ताव पारित करने पर जोर दे रहे है. सिंहदेव ने अशोक गहलोत के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि गहलोत जी मेरे से वरिष्ठ हैं, हालांकि उम्र में शायद एक-डेढ़ साल ही बड़े होंगे, मुझे निराशा सी हुई कि वो वहां मुख्यमंत्री हैं और उनकी कैबिनेट के साथी और विधायक उनके खिलाफ इस तरह का आचरण कर रहे हैं, गहलोत का उन पर कोई नियंत्रण ही नहीं है.
हाईकमान अलग-अलग सबसे लेता है राय
टी एस सिंहदेव ने आगे कहा कि मैं पिछले 4-5 दशक से पार्टी फोरम में अपनी भूमिका निभा रहा हूं. ऐसे मसलों में मैंने हमेशा देखा है कि एक तरीका होता है कांग्रेस पार्टी में काम करने का, हम हाईकमान पर अपना विश्वास व्यक्त करते हैं. एक लाइन का प्रस्ताव होता है कि हम हाईकमान पर निर्णय छोड़ते हैं कि उनको क्या करना है और लगभग हर बार मैने यही देखा. विश्वास व्यक्त करने के लिए हाईकमान आभार व्यक्त करता है और हमेशा हर एक विधायक और सांसद से अलग-अलग राय लेता है.
लेकिन राजस्थान के विधायकों ने अपना इस्तीफा देने की बात की है. ये मुझे उचित नहीं लगा. 10 लोग जाएंगे तो एक दबाव सा बनता है, इसमें कोई यदि कोई खुलकर कुछ कहना भी चाहता है तो कह नहीं सकता है... जो किया जा रहा था वो एक प्रक्रिया को तोड़ के किया जा रहा था. जब हाईकमान की तरफ से ऐसे संकेत थे (यानी अशोक गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएगा लेकिन उनको मुख्यमंत्री का पद छोड़ना होगा) तब हरेक विधायक से अलग-अलग मिल के राय ले लीजिए. उस प्रक्रिया को तोड़ने का जो प्रयास हुआ बहुत ही निराशाजनक था और आपत्ति जनक भी.
सीएम भूपेश बघेल ने कहा 30 को सब स्पष्ट हो जाएगा.इससे कुछ देर पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केरल के लिए रवाना हुए. जाने से पहले रायपुर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी राजस्थान के सियासी संकट पर बयाना दिया. उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव और राजस्थान की राजनीति पर कहा कि कांग्रेस में चुनाव चल रहा है नामांकन 30 तारीख तक होना है. कौन मैदान में रहेगा नहीं रहेगा सब 30 को स्पष्ट हो जाएगा.
यह भी पढ़ें:
Chhattisgarh में तेज होती जा रहीं राजनीतिक सरगर्मियां, BJP के घेरने के बाद CM ने दिए ये निर्देश
Chhattisgarh News: शराबबंदी के लिए BJP महिला मोर्चा करेगी हुंकार रैली, एक लाख महिलाएं होंगी शामिल