Chhattisgarh TB Patients Treatment: भारत सरकार का सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), छत्तीसगढ़ में टीबी (Tuberculosis Disease) के उन्मूलन में राज्य शासन को सहयोग प्रदान करेगा. इसके लिए नई दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया (Dr. Mansukh Mandaviya) और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) की मौजूदगी में, राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सेंट्रल टीबी डिवीजन और आईओसीएल के बीच एमओयू (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए. छत्तीसगढ़ के राज्य क्षय अधिकारी डॉ. धर्मेन्द्र गहवई भी इस दौरान मौजूद थे.


50 ट्रूनेट टेस्ट मशीन और 5 पोर्टेबल डिजिटल एक्सरे मशीन उपलब्ध कराएगा आईओसीएल
आईओसीएल कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत टीबी की जांच के लिए छत्तीसगढ़ को 50 ट्रूनेट टेस्ट मशीनें और पांच पोर्टेबल डिजिटल एक्स-रे मशीनें उपलब्ध कराएगा. तीन वर्षों तक इन मशीनों के मेंटेनेंस का खर्च भी उनके द्वारा उठाया जाएगा. आईओसीएल  केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सेंट्रल टीबी डिवीजन को राष्ट्रीय टीबी नियंत्रण कार्यक्रम के संचालन में सहयोग प्रदान कर रहा है.


साल 2025 तक 90 फीसदी टीबी की वजह से मौतों में कमी लाने का लक्ष्य
टीबी के त्वरित उन्मूलन के लिए परियोजना के अंतर्गत आईओसीएल देश के दो राज्यों छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में टीबी के उन्मूलन के लिए सहयोग प्रदान कर रहा है. तीन वर्षों तक चलने वाली इस परियोजना में आईओसीएल दोनों राज्य सरकारों के साथ मिलकर टीबी के मरीजों की संख्या में 80 फीसदी की कमी लाने के लिए कार्य करेगी. परियोजना के तहत साल 2025 तक टीबी की वजह से होने वाली मौतों में 90 फीसदी तक की कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.


निशुल्क होगा टीबी का इलाज
स्वास्थ्य विभाग और आईओसीएल के बीच हुए एमओयू के तहत आईओसीएल प्रदेश में 31 मार्च 2026 तक टीबी के मरीजों की बीमारी के शुरूआती दौर में ही पहचान, टीबी के मरीजों को निशुल्क इलाज और देखभाल उपलब्ध कराने के साथ टीबी मरीजों के पूरी तरह से स्वस्थ होने की दर को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार को सहयोग प्रदान करेगी.


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