Chhattisgarh election 2023: छत्तीसगढ़ में चुनाव तारीखों के(Chhattisgarh assembly election 2023) ऐलान के बाद बीजेपी (BJP) के बड़े नेताओं का छत्तीसगढ़ आने का सिलसिला शुरू हो गया है. इसी बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक बार छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहें हैं. शाह के दौरे को लेकर तैयारियां शुरु हो गई है.

16 को छत्तीसगढ़ आएंगे अमित शाहनवरात्रि के दूसरे दिन यानी 16 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah)छत्तीसगढ़ दौरे पर आने वाले है. इसको लेकर बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है. अमित शाह पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह (Dr Raman Singh)के नामंकन रैली में शामिल होंगे. इस लिए इस रैली को बेहद खास माना जा रहा है. इसपर अभी से सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस (Congress)ने निशाना साधा है कि रमन सिंह अपने दम पर चुनाव नहीं जीत सकते इस लिए अमित शाह को बुलाया जा रहा है.

रमन सिंह के नामांकन रैली में होंगे शामिलदरअसल राज्य में 2 चरण में मतदान होने वाला है. पहले चरण में बस्तर के 12 और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के 8 सीटों पर 7 नवंबर को मतदान होने वाली है. इसके लिए 13 अक्टूबर से नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लेकिन पितृ पक्ष के कारण किसी भी राजनीतिक दल ने पहले दिन नामांकन दाखिल नहीं कराया है.सभी नवरात्रि का इंतजार कर रहे है. इसी कड़ी में बीजेपी के 4 प्रत्याशी 16 अक्टूबर नामांकन दाखिल करेंगे और इसे भव्य बनाने के लिए हजारों की भीड़ जुटाने की तैयारी चल रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस नामांकन रैली में शामिल होंगे.

मतदाताओं को साधेंगे अमित शाहबीजेपी ने बताया कि नवरात्रि के दूसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह नामांकन दाखिल करेंगे. इसी तरह, डोंगरगढ़ विधानसभा से विनोद खांडेकर, डोंगरगांव विधानसभा से भरत वर्मा और खुज्जी विधानसभा से गीता साहू नामांकन दाखिल करने वाली है.इसे बड़े नामांकन रैली के रूप में आयोजन किया जाएगा. जिले के स्टेट स्कूल मैदान में बड़ी रैली में हजारों लोगों की भीड़ के साथ बीजेपी के चार प्रत्याशी नामांकन दाखिल करेंगे. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे और बीजेपी के प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे.

रमन सिंह को सता रहा हार का डर- कांग्रेसबीजेपी के इस नामांकन रैली पर कांग्रेस ने जमकर निशाना साधा है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, रमन सिंह बीजेपी के तथाकथित बड़े नेता बोले जाते है. उनके नामांकन में अमित शाह आ रहे है. किसी ऐसे प्रत्याशी के नामांकन में आते जो गुमनाम होता. इसका मतलब ये है कि अमित शाह तक को भरोसा नहीं है कि गुमनाम प्रत्याशी के नामांकन में जाएंगे तो भीड़ इकट्ठा होगी या नहीं होगी और रमन सिंह को भी भरोसा नहीं है की वो राजनांदगांव जीत पाएंगे या नहीं ?

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