छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा के द्वारा निकलर एप (NICler app ) के जरिये स्कूली बच्चों को पढ़ाई कराने के लिये सीएसआई ने छत्तीगसढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग को प्रतिष्ठित उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाज़ा है. छत्तीसगढ़ को यह अवार्ड 25 मार्च को नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय नई दिल्ली में आयोजित होने वाले ई-गवर्नेस कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा. छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग को परियोजना श्रेणी के तहत 20वें सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेस अवार्ड 2022 के लिए प्रस्तुत 'इनोवेटिव असेसमेंट टूल- एनआईसीलर (पीआरजे 22008) का नामांकन उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए चुना गया है.


सीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दी बधाई


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शिक्षा के क्षेत्र में इस उपलब्धि के लिए प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. आलोक शुक्ला, सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. एस. भारतीदासन, संचालक लोक शिक्षण सुनील जैन, महाप्रबंधक समग्र शिक्षा नरेन्द्र दुग्गा, एनआईसी रायपुर के वैज्ञानिक सोमशेखर और स्कूल शिक्षा विभाग की पूरी टीम को बधाई दी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 14 नवंबर 2022 को लांच किए गए सुघ्घर पढ़वैया कार्यक्रम में भी स्कूलों का आंकलन निकलर एप के माध्यम से बहुत कम समय में किया जा सकेगा. इसके लिए भी शिक्षकों को तैयार किया जा रहा है.


निकलर एप से क्या होता है फायदा


स्कूल में शिक्षक जो बच्चों को पढ़ाता है यह समझ पाना बहुत मुश्किल होता है कि बच्चा पढ़ाई से कुछ सीख रहे हैं या नहीं. यह देखने के लिए आंकलन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है. पर हमारी कक्षाओं में बच्चों के कार्यों का आकलन करने में बहुत समय लगता है कभी शिक्षक को अपने कक्षा में एक-एक बच्चे को बुला कर उनके कार्यों को ध्यान से देखना पड़ता है. कभी बच्चों की कापी एकत्रित कर स्कूल में या फिर घर में समय निकलकर कॉपी जांचनी पड़ती है.


आजकल पालक जागरुक हैं इसलिए कॉपी जांचते समय काफी सावधानी बरतनी पड़ती है. निकलर एप टेक्नोलॉजी का उपयोग शिक्षकों के कार्यों को आसान करने के लिए किया जाता है. छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग और एनआईसी ने भी शिक्षकों के आंकलन संबंधी कार्य को आसान करने के लिए लंबी रिसर्च करते हुए निकलर एप काे बनाया है.


कैसे उपयोग करते हैं निकलर एप को


एप के उपयोग के लिए सबसे पहले हमें गूगल प्ले स्टोर में जाकर निकलर एप को डाउनलोड करना होता है. स्कूल के यू-डाइस के आधार पर पोर्टल से विद्यार्थियों के लिए क्यू आर कोड वाले डाउनलोड करना पड़ता है. प्रत्येक विद्यार्थी के लिए इस प्रकार से एक यूनिक कार्ड उनके नाम से देना होता है. इसे आपस में बदलना नहीं चाहिए.


यह उस बच्चे के नाम से उसके पास पूरे सत्र में रहना चाहिए. किसी टॉपिक को पढ़ाने के बाद प्रश्न पूछना तो आप निकलर एप्प में उस पाठ से संबंधित हो उपलब्ध प्रश्न निकालकर पूछ सकते हैं या फिर स्वयं अपने प्रश्न दे सकते हैं. पूछे जाने वाले प्रश्न के चार विकल्प होने चाहिए. बच्चों को सही विकल्प के आधार पर कैसे कार्ड को पकड़ना है यह सिखाना होगा.


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