Chhattisgarh Surajpur Water ATM News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिला मुख्यालय में लोगों की सुविधा के लिए लगे नगर वाटर एटीएम महज शो-पीस बनकर रह गये हैं. स्थापना काल से ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े वाटर एटीएम का लाभ आज तक नगर के लोगों को नहीं मिल पाया है. पिछले नौ सालों से यह वाटर एटीएम देखने के लिए ही लगा हुआ है. प्रशासन की नाक के नीचे लगे इन वाटर एटीएम से इस भीषण गर्मी में भी एक गिलास पानी लोगों को नसीब नहीं हो पा रहा है. 


गौरतलब है कि पिछले नौ सालों से बंद पड़े यह वाटर एटीएम स्मार्ट पेयजल व्यवस्था के तहत सांसद और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की ओर से लगाये गये थे. आलम यह है कि जिम्मेदार अधिकारियों को यह भी नहीं मालूम कि सूरजपुर शहर में कहां-कहां वाटर एटीएम लगे हैं. सरगुजा के पूर्व सांसद कमलभान सिंह के माध्यम से सांसद मद से नगर में 2015 में बस स्टैंड और जिला अस्पताल में वॉटर एटीएम लगाये गये थे. इसमें एक रुपये का सिक्का डालने पर ठंडा आरओ का पानी मिलना था. 


हालांकि, शुरूआती दौर में वॉटर एटीएम के माध्यम से इसका लाभ लोगों को कुछ दिन तो मिला पर चंद दिनों के बाद ही यह वाटर एटीएम दिखावे के लिए रह गए. वहीं पीएचई अमले ने अपनी बला नगर पालिका पर डालते हुए इन्हें नगर पालिका के सुपुर्द कर दिया. नगर पालिका प्रबंधन ने भी कई बार इनके मेन्टेनेंस करवाया, लेकिन वाटर एटीएम नहीं सुधरे और लगातार बंद होने लगे. कई प्रयासों के बाद भी जब वाटर एटीएम में सुधार नहीं आया तो नगर पालिका प्रबंधन ने भी हाथ खड़े कर दिये. इस मामले में जनप्रतिनिधियों का कहना है कि कमीशनखोरी के कारण लगे वाटर एटीएम की गुणवत्ता स्तरहीन थी. इसकी मेंटेनेंस सप्लायर को करनी थी, जो उसने नहीं किया. 


वॉटर एटीएम के सामने गुमटियों का कब्जा 
वहीं अधिकारियों का कहना था कि एक रुपये के सिक्के डालने पर पानी निकलता था, लेकिन एक के सिक्के भी अलग-अलग होने के कारण व्यवहारिक दिक्कतें आने लगी थी. वहीं दूसरी ओर एक वॉटर एटीएम तत्कालीक कलेक्टर परिसर में लगाया गया था, जो अभी जनपद और एसडीएम कार्यालय में लगा हुआ है. वह वाटर एटीएम भी विभागीय संरक्षण के अभाव में काम नहीं कर रहा. ऐसे में इन वॉटर एटीएम के सामने ठेके और गुमटियों का भी कब्जा हो गया है. भीषण गर्मी के बीच नगर के चौक-चौराहों पर एक भी प्याऊ नहीं होने से पहले वाटर एटीएम सहारा था, लेकिन अब यह खुद गुमशुदा हो गया है. 


दूसरी ओर स्थिति ऐसी है कि इन वाटर एटीएम के पुर्जे भी चोरी होने लगे हैं. इनमें लगी एसी तो पहले ही गायब थी, अब अन्य सामान भी गायब होने शुरू हो गये हैं. जिला मुख्यालय स्थित विभिन्न शासकीय कार्यालयों में इन दिनों भीषण गर्मी के कारण गंभीर पेयजल संकट गहराया हुआ है. विशेषकर तहसील परिसर में प्रतिदिन सैकड़ों की तादाद में लोग पूरे तहसील क्षेत्र से आते हैं. ऐसे में  पीने का पानी नहीं मिलने के कारण परेशानियों के दौर से गुजरते हुए बोतल बंद पानी खरीद कर पीने के लिए मजबूर हो रहे हैं. 


चारों वॉटर एटीएम हुए कबाड़
वर्तमान में वॉटर एटीएम जिला अस्पताल, नये हाईटेक बस स्टैंड, जनपद और एसडीएम कार्यालय परिसर और संयुक्त जिला कार्यालय के सामने मिलाकर चार वॉटर एटीएम लगे हैं, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण यह चारों एटीएम बंद पड़े हैं. सूरजपुर नगरवासियों का सवाल है कि आखिर क्या कारण है कि लाखों रुपये की राशि खर्च कर लगे वाटर एटीएम के संधारण की दिशा में कोई पहल नहीं हुई. 



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