Chhattisgarh cow dung scam: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव(Chhattisgarh election) के पहले बीजेपी (BJP) लगातार कांग्रेस सरकार (Congress government)पर बड़े बड़े घोटाले का आरोप लगा रही है. कोयला, शराब, पीडीएस के बाद अब बीजेपी ने गोबर घोटाला का आरोप लगाया है.200 करोड़ से ज्यादा रुपए के गोबर की खरीदी में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है. इस मामले में विधानसभा(Chhattisgarh assembly) में भी जोरदार हंगामा हुआ था. अब इस मामले में राजनीति तेज हो गई है. बीजेपी लगातार आरोप लगा रही तो कांग्रेस इन आरोपों को मनगढ़ंत और झूठा बता रही है.


बीजेपी का दावा 229 करोड़ रुपए का गोबर खरीदी में घोटाला
दरअसल अकलतरा से बीजेपी के विधायक और बीजेपी के रायपुर संभाग प्रभारी सौरभ सिंह ने दावा किया है कि सरकार द्वारा बनाए जा रहे वर्मी कंपोस्ट खाद की कोई क्वालिटी नहीं है. अबतक 246 करोड़ रुपए भुगतान करने के बाद केवल 17 करोड़ रूपए का सामान प्रदेश सरकार ने बेचा है. बाकी 229 करोड़ रुपए का हिसाब प्रदेश सरकार नहीं दे पा रही है. इससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी में 229 करोड़ रुपए का घोटाला किया है. सौरभ सिंह ने कहा कि इससे साफ-साफ पता चलता है कि प्रदेश सरकार के पास 229 करोड रुपए का कोई हिसाब नहीं है. यह गंभीरता के लिहाज से चारा घोटाले से भी बड़ा घोटाला है.


क्या एक ही परिवार के तीन महिलाओं ने बेचा 282 लाख किलो गोबर ?
इसके अलावा सौरभ सिंह ने सोमवार को रायपुर में बीजेपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस सरकार को घेरते हुए सवाल पूछा है. अकलतरा में एक परिवार की तीन महिलाओं ने 282 लाख किलो गोबर बेचा. ऐसे कई उदाहरण हैं. गोबर खरीदी को लेकर जो आंकड़े बताये जा रहे हैं जहां-जहां गोबर खरीदी की जो मात्रा बताई जा रही है, वहां तो गोबर रखने तक की व्यवस्था नहीं है, उतना स्टॉक ही नहीं बना है जितना यह लोग गोबर खरीदी का दावा करते हैं. उन्होंने कहा कि 229 करोड़ का गोबर कहां है?


बीजेपी के आरोप पर कांग्रेस का पलटवार
बीजेपी के दावों को कांग्रेस ने खारिज करते हुए इसे इसे बेबुनियाद बताया है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा विधायक सौरभ सिंह के आरोप तर्कहीन है. बीजेपी हमेशा से गोधन न्याय योजना के खिलाफ षड्यंत्र कर रही है. 229 करोड़ो के घोटाले के आरोप में ठाकुर ने कहा कि इससे 3 महीने पहले भाजपा ने प्रेस वार्ता कर 600 करोड़ का गोबर खरीदी का आरोप लगाया था. उसके 15 दिन पहले बृजमोहन अग्रवाल ने 1500 करोड़ रुपए के गोबर खरीदी का आरोप लगाया था, भाजपा संगठित होकर गोबर खरीदी मामले में झूठ बोल रही है. 


कांग्रेस का दावा हमारे करीब 6 हजार गौठान स्वावलंबी
इसके आगे धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में गोधन न्याय योजना के माध्यम से गोपालक और महिला स्व सहायता समूह की 2 लाख 9 हजार सदस्यों को योजना का लाभ मिल रहा है. 257 करोड़ रुपया गौठान समिति और महिला स्व सहायता समिति सदस्यों को भुगतान हुआ है. अक्टूबर 2022 से प्रदेश में 5959 गौठान स्वावलंबी है. स्वालम्बी गोठनों ने 66 करोड़ 96 लाख रुपए की गोबर खरीदी की है. जिसमे राज्य सरकार का एक रुपया भी नहीं है.


कृषि मंत्री ने विधानसभा में दिया जवाब
वहीं कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू के विधानसभा में आए जवाब के अनुसार राज्य में 246 करोड़ 39 लाख रुपए का गोबर खरीदी की गई है और 291 करोड़ 70 लाख का गोबर बेचा गया है. इससे समूहों को कुल 45 करोड़ रूपये का फायदा हुआ. इसमें कोई गड़बड़ी नहीं और न ही आंकड़ों में कोई गैप है.ताम्रध्वज साहू ने ये भी बताया कि प्रदेश में 1 जनवरी 2019 से 30 जून 2023 तक कुल 10 हजार 336 गौठान स्वीकृत किये गये हैं, इनमें से 10 हजार 240 गोठान बन चुके है. 


छत्तीसगढ़ में गोबर खरीदी क्यों हो रही है?
गौरतलब है कि गोधन न्याय योजना राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं में से एक है. इस योजना के तहत किसान और गोपालको से गोबर खरीदी की जा रही है. इसके अलावा सरकार के द्वारा बनाए गए गौठान में इस गोबर से महिला समूह तरह तरह के प्रोडक्ट बनाकर बेच रही है. इससे वार्मिक कंपोस्ट, गोबर के चप्पल,गोबर से बिजली, दीए, गोबर पेंट और पुट्टी, कंडे,गुलाल, टाइल्स, भगवान की प्रतिमाएं बनाईं जा रही है. इसे बाजार में बिक्री की जा रही है.