छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय जांच एजेंसियों पर एक बार फिर निशाना साधा है. उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि वे (ईडी, आईटी) अपनी सीमा से बाहर जाकर काम कर रहे हैं. जानकारी मिल रही है कि लोगों को डंडों से पीटा जा रहा है, कुछ लोगों की सुनने की क्षमता चली गई है, तो कुछ को बिना भोजन/पानी के रखा जा रहा है. यह अमानवीय है. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कोई सरकार/अदालत इसकी अनुमति देगी. सीएम भूपेश ने साफ किया है कि हम इन शिकायतों के बारे में केंद्र को अवगत कराएंगे.


बता दें कि छत्तीसगढ़ में 11 अक्टूबर से ईडी की रेड जारी है. कोयला ट्रांसपोर्ट परमिट में गड़बड़ी के आरोप में सस्पेंड आईएएस समीर विश्नोई और 3 कारोबारियों को ईडी ने गिरफ्तार किया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा की जा रही छापेमारी पर गंभीर आरोप लगाया है.



उन्होंने सोमवार को ट्वीट किया ''केंद्रीय एजेंसियों के अवैधानिक कृत्यों से भाजपा समर्थक नागरिक भी पीड़ित हैं लेकिन भाजपा अपने लोगों के साथ भी खड़ी नहीं हो रही है. मैं पूरी जिम्मेदारी से प्रदेश के सभी नागरिकों को आश्वस्त करता हूं कि ऐसी किसी भी हरकत की जानकारी हमें दें, आपकी सुरक्षा हेतु हम प्रतिबद्ध हैं.''


मुख्यमंत्री ने इससे पहले रविवार को ट्वीट कर कहा था कि ईडी लोगों को जबरन घर से उठा रही है. उनको मुर्गा बनाना, मार-पीट कर दवाब डालकर मन चाहा बयान दिलवाने को बाध्य कर रही है. लोगों को धमकियां दी जा रही हैं कि उनको आजीवन जेल में सड़ना पड़ेगा. इसके अलावा बिना खाना-पानी के देर रात तक रोक कर रखा जा रहा है.



मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को एक के बाद एक लगातार 6 ट्वीट किए और ईडी की जांच पर सवाल उठाया. इसके अलावा उन्होंने ईडी के अधिकारियों पर मारपीट करने का आरोप लगाया. उन्होंने इसकी शिकायत भारत सरकार से करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये हैं. साथ ही उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में ये भी कहा कि अगर ऐसी शिकायतें आगे भी मिलेंगी तो राज्य पुलिस भी कार्यवाही करेगी. 


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