Bastar News:छत्तीसगढ़ के बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन ने देखो बस्तर सीजन -2  "बस्तर ऑन बाइक" का आयोजन किया है, इस आयोजन के तहत छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों से बस्तर पहुँचे कुल 75 राइडर्स बस्तर  के अलग-अलग पर्यटन स्थलों का  कुल 350 किलोमीटर का सफर 3 दिनों में तय करेंगे,


यहाँ वे बस्तर की खूबसूरती हंसी वादियां, वॉटरफॉल्स और खूबसूरत घाटिया देखने के साथ ही जंगलों के बीच कैंप लगाकर रात बिताएंगे, दरअसल हमेशा से ही बस्तर में खूबसूरत पर्यटन स्थलों में  घूमने आने वाले पर्यटकों के मन में नक्सलियों का भय समय रहता है ,इसी भय को दूर करने के लिए और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह आयोजन किया गया है ,बस्तर के आईजी सुंदरराज पी, कांगेर  नेशनल पार्क के संचालक गणवीर धम्मशील और जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन ने हरी झंडी दिखाकर इन बाइक राइडर्स को रवाना किया.


इन पर्यटन स्थलों का करेंगे दीदार
कांगेर वैली नेशनल पार्क के संचालक गणवीर धम्मशील  ने बताया कि जगदलपुर के  दंतेश्वरी मंदिर  से राइड  शुरु होते हुए बस्तर जिले के कुरंदी गुमलवाड़ा, गुड़िया पदर, कोलेंग होते हुए राइडर्स की टीम तीरथगढ़ वॉटरफॉल पहुंचेगी ,इसके बाद तीरथगढ़ से कटेकल्याण होते हुए दंतेवाड़ा, बारसूर, कोरलापाल  के रास्ते देश में मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर चित्रकोट वाटरफॉल पहुंचेंगी और उसके बाद चित्रधारा, तामढ़घूमर, बीजाकासा और तीर्था जैसे खूबसूरत वॉटरफॉल्स को देखने के बाद वापस जगदलपुर आएंगे.
 
संचालक ने  बताया कि छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड की तरफ से वैलनेस टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया है, जिसमें  मास्टर शेफ विजय शर्मा, मिलेट्स जैसे कोदो कुटकी रागी आदि के फायदे और पकवानों के बारे में बताया जाएगा, इसके अलावा इसमें बस्तर के लोकल डिश के खासियत को भी शामिल किया जाएगा.


नक्सलवाद के छवि को दूर करना है
वही राइडर्स ने बताया कि बस्तर की खूबसूरती को देखने के लिए वे एक्साइटेड हैं ,छत्तीसगढ़ राइडिंग क्लब के प्रेसिडेंट वरुण ताम्रकार ने बताया कि हमें पता चला कि इस बस्तर की खूबसूरती देखने के लिए इस तरह का आयोजन किया जा रहा है, जिसके बाद हमने भी इसमें भाग लिया उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों से करीब 75 बाईक राइडर्स की टीम बस्तर पहुंची है और अब बस्तर के अलग-अलग इन खूबसूरत पर्यटन स्थलों को देखने का उन्हें मौका मिलेगा. 


 बस्तर की खूबसूरती देखने के लिए वे काफी एक्साइटेड भी हैं... बस्तर आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि देश दुनिया में बस्तर के कुछ क्षेत्र नक्सल एरिया के नाम से जाने जाते हैं, जिस वजह से बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा नहीं मिल पाता ,इसी छवि को दूर करने के लिए इस तरह का आयोजन जिला प्रशासन और नेशनल पार्क प्रबंधन के द्वारा किया जा रहा है, अब बस्तर के कई पर्यटन स्थल नक्सल मुक्त हो चुके हैं और बकायदा इन खूबसूरत पर्यटन स्थलों का दीदार करने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, हालांकि कुछ लोगों में जरूर इन पर्यटन स्थलों को लेकर भय का माहौल बना हुआ है ,इसी को दूर करने के उद्देश्य बस्तर ऑन बाइक का आयोजन किया गया है, जिसमें राइडर्स के माध्यम से बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता और पहुंच मार्ग के यहां की सड़कें सुविधाएं पर्यटकों को दिखाना है, साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देना है.


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