Chhattisgarh Congress News: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का पांचवा दिन भी विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया. विपक्ष पर जासूसी का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने विधानसभा में प्रश्नकाल से ही हंगामा शुरू कर दिया. जिसके चलते कई बार थोड़ी थोड़ी देर के लिए सदन की कार्रवाई को स्थगित करना पड़ा. दरअसल कांग्रेस के दंतेवाड़ा जिलाध्यक्ष पर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) में 3 करोड़ के घोटाले को लेकर FIR दर्ज की गई है.
जिसके बाद से कांग्रेस जिलाध्यक्ष अवधेश गौतम फरार है. पुलिस के मुताबिक गौतम की लोकेशन पीसीसी चीफ दीपक बैज के रायपुर स्थित बंगले के आसपास ट्रेस की गई है. जिसके चलते दंतेवाड़ा पुलिस के अधिकारी को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के बंगले के बाहर रैकी करते हुए पकड़ा गया.
विधानसभा में विपक्ष ने किया हंगामा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के रायपुर स्थित बंगले के बाहर दंतेवाड़ा पुलिस के अधिकारी के रैकी करते पकड़े जाने के बाद से ही पूरी की पूरी कांग्रेस साय सरकार पर विपक्ष की जासूसी करने का आरोप लगा रही है. वहीं शुक्रवार को विधानसभा के बजट सत्र की बैठक में भी कांग्रेस विधायकों ने इस मुद्दे को ज़ोरशोर से उठाया. इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने जमकर नारेबाजी और हंगामा किया.जिसके चलते सदन की कार्रवाई को कई बार स्थगित करना पड़ा.
इतना ही नहीं हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने 20 कांग्रेस विधायकों को सस्पेंड भी कर दिया. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुए कहा की सरकार को ना जाने कौन सा डर सता रहा है की विपक्ष के नेताओं की जासूसी करा रही है.
वहीं पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भी सरकार पर उनकी जासूसी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी को हर का इतना डर सता रहा है कि पुलिस से 24 घंटे मेरी जासूसी करवा रही है. बैज ने कहा कि हर चुनावों में बीजेपी सत्ता, धनबल और प्रशासन का दुरुपयोग करती है. पीसीसी चीफ ने कहा कि सरकार अब इस बात पर भी नज़र रखे हुए हैं कि कौन कौन विजयी प्रत्याशी मुझसे मिलने आ रहा है.
क्या है इस पूरे विवाद की वजह?
दरअसल इस पूरे विवाद की वजह दंतेवाड़ा में PMGSY (प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना) के अंतर्गत बनी एक सड़क में हुआ भ्रष्टाचार है. दंतेवाड़ा जिले के नक्सल प्रभावित इलाके मड़कामीरास से हिरोली के बीच सड़क निर्माण की स्वीकृति दो भागों में हुई थी. इस सड़क निर्माण के पहले भाग में 1 करोड़ 96 लाख और दूसरे भाग के लिए 1 करोड़ 99 लाख रुपये की स्वीकृति मिली थी.
आरोप है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष अवधेश गौतम ने अपने राजनैतिक रसूख का इस्तेमाल कर टैंडर हासिल कर लिया. इतना ही नहीं अधिकारियों से सांठगांठ कर तय रकम से 10 प्रतिशत ज्यादा का वर्कऑर्डर भी ले लिया. तत्कालीन कांग्रेस सरकार के वक्त हुई ये पूरी टैंडर प्रक्रिया सवालों के घेरे में हैं.
छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के बाद इस घोटाले की जांच शुरू की गई. इसमें करीब 5 अधिकारियों को सस्पेंड भी किया गया है. इसके बाद दंतेवाड़ा कांग्रेस जिलाध्यक्ष अवधेश गौतम पर भी FIR दर्ज की गई है. जिसके बाद से गौतम फरार है.
जासूसी मामले में सदन से सड़क तक आंदोलन करेगा कांग्रेस. 1 मार्च को पूरे प्रदेश में बीजेपी और ED का पुतलादहन होगा. विधानसभा में भारी हंगामें के बाद अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने सदन से लेकर सड़क तक जासूसी मामले में सरकार को घेरने का मन बना लिया है. पीसीसी ने सभी जिलाध्यक्षों को 1 मार्च को बीजेपी सरकार और ED का पुतला दहन कर प्रदर्शन करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही 3 मार्च को रायपुर स्थित ED प्रदेश कार्यालय का घेराव करने के निर्देश भी दिए हैं.
(विनीत पाठक की रिपोर्ट)
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