Narayanpur Conversion Case: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में एक बार फिर धर्मांतरण को लेकर मामला बिगड़ते जा रहा है. पिछले 3 दिनों से लगातार दो समुदाय के बीच हो रहे विवाद को लेकर मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है, एक बार फिर मंगलवार शाम को भाटपाल गांव में मूल धर्म के आदिवासियों ने चक्का जाम कर दिया है. लगभग एक हजार से भी ज्यादा संख्या में आसपास के ग्रामीण राशन पानी लेकर सड़क पर बैठ गए हैं और नारायणपुर में धर्मांतरण बंद करने की मांग प्रशासन से कर रहे हैं.


साथ ही सोमवार को हुए पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प के बाद बीजेपी  जिला अध्यक्ष समेत गिरफ्तार चार अन्य कार्यकर्ताओं को तत्काल रिहा करने की मांग ग्रामीण कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि नारायणपुर प्रशासन विशेष समुदाय के लोगों पर कार्यवाही नहीं करके मूल धर्म के आदिवासियों पर कार्यवाही कर रही है और पुलिस उनसे मारपीट कर रही है.


ऐसे में वे चाहते हैं कि जब तक गिरफ्तार लोगों को रिहा नहीं किया जाता और बीते 1 और 2 जनवरी को मूल धर्म के आदिवासियों के साथ मारपीट करने वाले विशेष समुदाय के लोगों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता और ईसाई धर्म का प्रचार कर रहे लोगों को पकड़ नहीं लिया जाता तब तक उनका चक्का जाम जारी रहेगा. इधर ग्रामीणों के चक्का जाम से स्टेट हाईवे में वाहनों की लंबी कतार लग गई है और बीते 4 घंटों से ग्रामीण अपनी मांग को लेकर डटे हुए हैं, ग्रामीणों के इस मांग को लेकर बीजेपी के लोगों ने भी इसका समर्थन किया है.


भाटपाल में ग्रामीणों ने किया चक्का-जाम


दरअसल बीते 15 दिनों से धर्मांतरण को लेकर नारायणपुर जिले में जमकर बवाल मचा हुआ है. लगातार दो समुदाय के लोग आपस में मारपीट कर रहे हैं और यह मारपीट हिंसा का रूप ले रही है.


बीते 3 दिनों में और हालात बिगड़े हैं जिस वजह से सोमवार को नारायणपुर बंद के दौरान कुछ लोगों ने शहर के ही चर्च में जमकर तोड़फोड़ की और विशेष समुदाय के लोगों से भी मारपीट की और उनके घरों को भी तोड़ फोड़ दिया, साथ ही नारायणपुर के एसपी पर भी और पुलिस के जवानों पर भी हमला किया. इस मामले को लेकर 5 लोगों की गिरफ्तारी के बाद अब बवाल और बढ़ गया है.


मूल धर्म के आदिवासी चक्का जामकर गिरफ्तार 5 लोगों की रिहाई की मांग कर रहे हैं, साथ ही  बीजेपी  का डेलिगेशन मूल धर्म के आदिवासियों के साथ खुद चक्का जाम में बैठ गया है.


बीते 4 घंटों से बीजेपी डेलिगेशन को नारायणपुर जाने प्रशासन द्वारा नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते बेनूर थाना के सामने छत्तीसगढ़ के दो बीजेपी सांसद, पूर्व गृहमंत्री, पूर्व वन मंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री समेत बीजेपी के सभी दिग्गज नेता धरना पर बैठे हुए हैं औऱ नारायणपुर जाने की मांग कर रहे हैं. फिलहाल पुलिस के अधिकारियों का भी कहना है कि उन्हें अब तक बीजेपी डेलिगेशन को नारायणपुर जाने देने के लिए आदेश नहीं मिला है,  इधर इस लंबे विवाद के बाद और भाटपाल में ग्रामीणों द्वारा चक्का जाम किये जाने से नारायणपुर में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई है.


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