छत्तीसगढ़ के नए जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर को लेकर विवाद तेज हो गया है. विवाद का असर आगामी नगर निकाय चुनाव पर भी देखा जा रहा है. सत्ताधारी दल कांग्रेस और विपक्षी दल बीजेपी दोनों ने ही इसको लेकर चुनाव का बहिष्कार करने का एलान किया है. स्थानीय लोग नए जिले में खडगंवा ब्लॉक को शामिल किए जाने का विरोध कर रहे हैं. लोग खडगंवा को कोरिया जिले में वापस लाने की मांग कर रहे हैं.


बता दें कि बघेल सरकार ने 15 अगस्त को सरगुजा संभाग के कोरिया जिले के दो हिस्से करने का एलान किया था. सरकार के फैसले के बाद मनेंद्रगढ-चिरमिरी-भरतपुर नाम का दूसरा जिला अस्तित्व मे आ गया था. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नए जिले की घोषणा के बाद से पुराने जिले कोरिया के लोग करीब 63 दिनों तक अनशन पर बैठे रहे, लेकिन उसी दौरान जिले के नए जिले के लिए राजपत्र मे अधिसूचना भी जारी हो गई. 


क्यों हो रहा है विरोध?
पुराने जिले के लोग इस बात से नाराज हैं कि नए जिले का स्वरूप पुराने जिले से बड़ा हो गया है. वहां पर तीन बड़े विकासखंड चले गए हैं. जिससे आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से वो बड़ा जिला बन गया है. लिहाजा कोरिया जिले के लोग खडगंवा ब्लॉक को नए जिले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर मे शामिल किए जाने का विरोध कर रहे हैं.


लोग ही नहीं नेता भी कर रहे चुनाव का विरोध
सरकार के फैसले के खिलाफ लोग ही नहीं स्थानीय नेता भी नजर आ रहे हैं. लोगों ने शिवपुर चर्चा और बैंकुठपुर नगर पालिका परिषद के चुनाव का विरोध कर दिया है. प्रदेश के दोनों प्रमुख दल कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के साथ सभी स्थानीय पार्टियां भी चुनाव का विरोध कर रही है. सभी दल चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं. आरोप है कि चुनाव बहिष्कार को असफल करने के लिए प्रशासन और पुलिस ने कुछ लोगों को जबरन पकड़कर 2 दिसंबर के दिन चुनाव के लिए नामांकन फार्म जमा करा दिया है.


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