Bilaspur News: एक कहावत तो आपने सुनी होगी कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं, कानून से कोई बच नहीं बच सकता है. कानून के हाथ अपराधियों को सजा दिलाने के लिए चाहे आसमान हो या फिर जमीन हो वहां तक पहुंच ही जाते हैं. कुछ ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर (Bilaspur) से आया है, जहां पुलिस 21 दिनों से जमीन में दफन शव को खोदकर सबूत ढूढ़ने में लगी है. इस मामले में मृतक व्यक्ति के बेटे ने अस्पताल प्रशासन पर किडनी चोरी करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.  


बिलासपुर पुलिस ने कब्र से जिस व्यक्ति की शव को कब्र से बाहर निकाला है, उसे 21 दिन पहले दफ्न किया गया था. मृतक के बेटे ने एक निजी अस्पताल पर आरोप लगाया है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके पिता का इलाज के दौरान किडनी निकाल ली है. बेटे के शिकायत के बाद बिलासपुर कलेक्टर ने इसकी जांच के निर्देश दिए थे. जिसके बाद प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में 21 दिनों बाद मृतक के शव को निकाल कर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.


एक्सीडेंट में हुई थी पिता की मौत


दरअसल बिलासपुर के पचपेड़ी गांव के रहने वाले पिता धरमदास मानिकपुरी और बेटा दुर्गेश दास शादी का कार्ड बांटने के लिए निकले थे. सवरिया डेरा के पास स्कार्पियो चालक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी. हादसे में पिता और पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 21 अप्रैल को पिता धरमदास की मौत हो गई थी. मृतक के बेटे ने कलेक्टर और एसपी से शिकायत करते हुए यह आरोप लगाया है कि उसके पिता के पेट पर एक बड़ा कट का निशान है. उन्होंने कहा कि मुझे आशंका है कि अस्तपाल के डॉक्टरों ने उनकी किडनी निकाल ली है.


प्रशासन की निगरानी किया जा रहा है पोस्टमार्टम


बेटे के द्वारा की गई शिकायत के आधार पर बिलासपुर कलेक्टर ने इसके जांच के आदेश दिए थे. इसके बाद बुधवार को तहसीलदार और थाना प्रभारी अपनी टीम लेकर कब्रिस्तान पहुंचे. जहां शव को कब्र खोदकर निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. जहां पुलिस और जिला प्रशासन की निगरानी में शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि बेटे ने जो अस्पताल प्रबंधन पर किडनी निकालने का आरोप लगाया है वह सही है या फिर गलत.


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